हजारीबाग। कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए भारत के प्रथम पूर्व प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 57 वीं पुण्यतिथि मनाई गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू देश की करोड़ो जनता के हृदय सम्राट थे।
भारत के प्रथम पूर्व प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ऐशोआराम की जिन्दगी न अपनाते हुए स्वाधीनता के लिए गांधीजी के सा जुड़ना स्वीकार किया। मोतीलाल नेहरू गांधीजी से कहकर उन्हें रोकना चाहते थे पर जवाहर लाल को फुलों की सेज नहीं कठोर कारावास की कड़ी जमीन देश के लिए अधिक उपयुक्त लगी।
प्रिय पत्नी का देहांत होने पर भी मन को कठोर कर जवाहर लाल सत्याग्रह आंदोलन मे कूद पड़े। कांग्रेस का अध्यक्ष पद अपने पिता के बाद स्वयं स्वीकार कर पूर्ण स्वराज्य की शपथ ली और स्वाधीन देश के प्रथम प्रधान मंत्री बनने के बाद देश को विश्व की चोटी के राष्ट्रों के मध्य ले जाकर प्रतिष्ठित किया। देश के चहुंमुखी विकास के लिए वे प्रयत्नशील रहे। विश्वशांति के लिए भी अद्वितीय कार्य कर नाम कमाया।
नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्यार था। वे 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किए गए थे। जिला के उपाध्यक्ष-सह-मीडिया प्रभारी निसार खान ने बताया कि मौके पर नगर अध्यक्ष ओमप्रकाश गोप, जिला महामंत्री जावेद मल्लिक, महामंत्री विजय कुमार सिंह, सदस्य मो. काशिफ के अतिरिक्त कई लोग उपस्थित थे।