हजारीबाग। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में मासिक धर्म प्रबंधन विषयक एक दिवसीय राज्य स्तरीय ओरियंटेशन वेबिनार संपन्न गया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में ‘चुप्पी तोड़ो- स्वस्थ रहो’ विषय पर चर्चा की गई। ओरियंटेशन कार्यक्रम में झारखंड राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक, जिला नोडल पदाधिकारी, महिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं किशोरी बालिकाओं ने अपनी सहभागिता निभाई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रांची की महापौर आशा लकड़ा ने रांची स्थित एक सौ दस झुग्गी- झोपड़ी बस्तियों में इस अभियान को एनएसएस एवं यूनिसेफ के साथ मिलकर चलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज में सचमुच जागरूकता आ रही है, तभी तो इस ‘चुप्पी तोड़ो -स्वस्थ रहो’ कार्यक्रम में प्रोग्राम ऑफिसर समेत लगभग तीन सौ छात्रों ने हिस्सा लिया। मेयर ने कहा कि सचमुच बालिकाओं में झिझक टूटी है।
हमने सुलभ इंटरनेशनल में एटीएम तथा सैनेटरी नैपकिन एवं इंसीनेटर (भस्मक) के प्रयोग पर बल दिया है। प्राय: अस्पतालों में सैनेटरी नैपकिन का प्रयोग किया जाता है, इसके साथ ही उसका डिस्पोजल सही तरीके से करना आवश्यक है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि माहवारी किशोरियों की स्वस्थता का पूरक है। लड़कियां माहवारी धर्म में झिझक महसूस करते हैं, परंतु अब देखा जा रहा है कि जागरूकता आई है। उन्होंने कहा कि समाज में किशोरियों का मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन स्वाभिमान को बढ़ाता है। किशोरियों को माहवारी की सही जानकारी देनी चाहिए। कई लड़कियां माहवारी के कारण स्कूल ,कॉलेज नहीं जा पाती है। अब लोगों की सोच बदल रही है। आज की लड़कियां अपनों के बीच झिझक नहीं महसूस कर खुलकर बातें करने लगी है।
उन्होंने कहा कि मासिक धर्म अनमोल तोहफा है। कार्यक्रम में चीफ ऑफ यूनिसेफ प्रशांता दास ने भी अपने विचार व्यक्त किए। गायनेक्लॉजिस्ट डॉ अर्चना ने चिकित्सीय शब्द मोर्की , मेंस्यूरल कप, टेंम्पल्स आदि की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में यूनिसेफ की लक्ष्मी रंजन सक्सेना ने माहवारी प्रबंधन एवं स्वच्छता पर प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन से विस्तृत जानकारी दी। इसके पश्चात प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में बालिकाओं ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए झारखंड राज्य के स्टेट एनएसएस ऑफिसर डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा की ‘चुप्पी तोड़ो- स्वस्थ रहो’ कार्यक्रम की ब्रांड एम्बेसेडर यूनिसेफ की लक्ष्मी रंजन सक्सेना है। इस कार्यक्रम में कार्यक्रम समन्वयक डॉ मेरी मार्गेट लकडा, डॉ जॉनी रूफीना तिर्की समेत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक ,प्रोग्राम ऑफिसर एवं छात्रागण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रियंका सिंह एवं यूनिसेफ की कम्युनिकेशन ऑफिसर आस्था अलंग ने की।