नई दिल्ली। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना गया है क्योंकि इसका संबंध भगवान शिव से है. रुद्राक्ष केवल मन की ही नहीं बल्कि तन की भी शुद्धि करता है. ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है और सेहत को भी बेहतर बनाने में मदद करता है.
विज्ञान ने भी माना है इसका लोहा।
वैज्ञानिकों के अनुसार, रुद्राक्ष मास्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है. इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पावर होती है, जिसके चलते यह हमारे शरीर पर जादुई रूप से काम करता है. रुद्राक्ष धारण करने मात्र से ही कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं.
आइए जाने इसके लाभ-
हृदय रोग में फायदेमंद
- ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पहनने से शारीरिक और मानसिक मजबूती आती है और व्यक्ति की सेहत बनी रहती है.
- रुद्राक्ष शरीर को स्थिर कर दिल और इंद्रियों पर प्रभाव डालकर इन समस्याओं को हल करता है.
- एक मुखी रुद्राक्ष दुर्लभ होता है और बहुत कम पाया जाता है और इसकी कीमत भी अधिक होती है.
- लेकिन इसकी खासियत ये है कि एक मुखी रुद्राक्ष हृदय संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करता है.
- यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है.
ब्लड प्रेशर
- आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु कहते हैं कि पंचमुखी रुद्राक्ष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों, हर किसी के लिए अच्छा है.
- यह समान्य खुशहाली और स्वास्थ्य के लिए है. इसे पहनने से ब्लड प्रेशर कम होता है।
- तंत्रिकाएं शांत होती हैं और स्नायु तंत्र यानी लिगामेंट्स में सतर्कता आती है.
मन की शांति
- सद्गुरु कहते हैं कि 14 साल से छोटे बच्चे को शानमुखी, यानी छह मुखों वाला रुद्राक्ष पहनना चाहिए
- यह उनको शांत और एकाग्र बनने में सहायता करेगा.
रुद्राक्ष के चुंबकीय लाभ
- रुद्राक्ष के मोती डायनामिक पोलेरिटी गुणों की वजह से एक चुंबक की तरह काम करते हैं.
- चुंबकीय प्रभाव के कारण रुद्राक्ष शरीर की नसों में रूकावट को दूर करता है.
- रुद्राक्ष की माला में शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और बीमारी को दूर करने की क्षमता है.