मध्य प्रदेश। मामला महू के छोटी ग्वालटोली थाने के पास सेन्ट्रल लैब का है.
पुलिस के मुताबिक, फरवरी 2021 में प्लाईवुड कारोबारी के बेटे एजाज अहमद की शादी हुई थी.
उसकी शारीरिक कमजोरी के कारण दोनों का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण चल रहा है.
इसी वजह से उसकी पत्नी से अनबन होने लगी तो वह पत्नी से दूर रहना चाह रहा था.
इसके बाद एजाज अहमद ने 25 मई को एक फोटोशॉप एप डाउनलोड किया और इंदौर के सेंट्रल लैब के एक पीड़ित व्यक्ति की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट को अपने नाम से बदल कर परिवार को दिखा दी.
इससे कोरोना पॉजिटिव मानकर पत्नी और परिवार वाले उससे दूर हो गए.
एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया का कहना है कि जब एजाज की पत्नी को शक हुआ कि वह घर पर ठीक थे और कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं थे.
एक महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी एजाज घर नहीं लौटा. इसके बाद पत्नी ने अपने पिता को कोरोना रिपोर्ट की जांच करने को कहा.
पिता ने तुरंत सेंट्रल लैब की वेबसाइट से उसका टोल फ्री नंबर तलाशा और लैब की एसआरएफ आईडी नंबर चेक कराया.
लैब की तरफ से बताया कि कोविड रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ कर मरीज के नाम की जगह एजाज ने अपना नाम एडिट किया है.
वहीं, रिपोर्ट की कॉपी आने पर सेंट्रल लैब की संचालिका विनीता कोठारी ने थाने में शुक्रवार को शिकायत की.
इस पर पुलिस ने एजाज के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसकी तलाशी में जुट गई है.