नई दिल्ली। भारत समेत पूरे विश्व में कोरोना के आंकड़े हाल के दिनों में बढ़े हैं. भारत में रोजाना मिलने वाले नए कोरोना मामले 40 हजार के आस-पास बने हुए हैं.
वहीं, विश्व में पिछले हफ्ते कोरोना के 34 लाख नए मामले सामने आए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि पिछले सप्ताह कोरोना वायरस के 3.4 मिलियन से अधिक नए मामले सामने आए, जो कि इससे पिछले सप्ताह की तुलना में 12 परसेंट अधिक है.
यह पाया गया है कि COVID-19 मामलों में सबसे अधिक वृद्धि पश्चिमी प्रशांत (वेस्टर्न पैसिफिक) और यूरोपीय देशों में हुई है. डब्ल्यूएचओ ने पिछले हफ्ते कहा था कि कोरोना के सबसे ज्यादा मामले इंडोनेशिया, ब्रिटेन, ब्राजील, भारत और अमेरिका में थे.
भारत की बात करें तो कोरोना की दूसरी लहर के बाद हुए एक सीरो सर्वे (राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण) के मुताबिक करीब 40 करोड़ लोगों पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. इस सर्वे में यह भी कहा गया कि 6 साल से अधिक आयु वाली देश की आबादी के दो तिहाई हिस्से में सार्स-सीओवी-2 एंटीबॉडी पाई गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक देश की एक तिहाई आबादी में यह एंटीबॉडी नहीं है, जिसका मतलब है कि करीब 40 करोड़ लोगों को अब भी कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है.
महाराष्ट्र, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर के तमाम राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. यहां दैनिक मामलों की दर ऊंची है.
वहीं, केरल, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर पूर्व के 8 राज्यों में सक्रिय मामलों बढ़ोतरी देखी गई है.
चिंता का विषय ये है कि महीने की शुरुआत में इनमें से कई राज्यों में संक्रमण दर काफी कम हो गई थी, लेकिन अब धीरे-धीरे केस बढ़ने लगे हैं.