संवाददाता
हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग के प्रति कुलाधिपति अभिषेक पंडित, कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, डॉ सीवी रमण विश्वविद्यालय, वैशाली बिहार के कुलाधिपति प्रो वीके वर्मा ने राज्यपाल रमेश बैस से रांची स्थित राजभवन में औपचारिक मुलाकात कर गुलदस्ता भेंट की। साथ ही आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे की रचित पुस्तकें भी भेंट की गई। मुलाकात के दौरान डॉ सीवी रमण विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो वीके वर्मा ने नई शिक्षा नीति को लेकर चर्चा की। इस बीच नई शिक्षा नीति के सकारात्मक पहलू पर भी बातचीत की गई। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति अभिषेक पंडित ने कौशल शिक्षा की अहमियत के मद्देनज़र आईसेक्ट विश्वविद्यालय में संचालित व्यवसायिक कोर्सों की जानकारी राज्यपाल को दी।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सामान्य कोर्सों के साथ साथ व्यवसायिक कोर्सों के ज़रिए विद्यार्थियों के मंज़िल की राह आसान बना रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कोरोना के कारण विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह के स्थगित होने की जानकारी दी और स्थिति सामान्य होने पर दीक्षांत समारोह कराए जाने की बात कही, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का राज्यपाल से डॉ नायक ने आग्रह भी किया। वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने औपचारिक भेंट वार्ता में विश्वविद्यालय के संबंध में राज्यपाल को जानकारी दी और सहयोग की अपेक्षा भी जताई। उन्होंने कहा कि महज़ पांच वर्षों के दौरान ही विश्वविद्यालय ने कई बुलंदियां हासिल की। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और बेहतर कार्यशैली की वजह से विश्वविद्यालय को अब तक कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है।
इस दौरान हिंदी की महत्ता पर भी चर्चा की गई। वहीं राज्यपाल रमेश बैस ने विश्वविद्यालय के उपलब्धियों पर खुशी जाहिर करते हुए विश्वविद्यालय के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर विद्यार्थी अपनी मंजिल के काफी करीब होते हैं। ऐसे में विद्यार्थियों में नैतिकता की अहमियत काफी अहम हो जाती है। इसलिए उन्होंने विश्वविद्यालय में कार्यक्रमों के जरिए नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय बेहद कम समय में अपने जिस ऊंचाइयों को छुआ है उसे बनाए रखना बेहद जरूरी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से किसी भी तरह समझौता ना करने की सलाह देते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने आईसेक्ट विश्वविद्यालय के बेहतरी के लिए सहयोग का आश्वासन भी दिया।