नई दिल्ली। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को लंबे समय से बीमार चल रहे शरद यादव से मुलाकात की और दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई।
राजद नेता ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और स्वयं जैसे समाजवादी नेताओं की अनुपस्थिति के कारण संसद में लोगों से जुड़े मुद्दों की उपेक्षा हुई है।
उन्होंने लोजपा नेता चिराग पासवान का भी समर्थन किया, जिन्हें उनके चाचा पशुपति कुमा पारस के नेतृत्व में उनकी पार्टी के पांच सांसदों ने छोड़ दिया था, उन्होंने कहा कि युवा सांसद झगड़े के बावजूद नेता के रूप में उभरे हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने लोजपा नेता और उनकी पार्टी के बीच गठबंधन का समर्थन किया और तारीफ़ें भी की।
राजद प्रमुख के साथ पार्टी सांसद प्रेमचंद गुप्ता और मीसा भारती भी थे।
लगातार विपक्षों की आपस में बढ़ रही नजदीकियाँ देख कर राजनीति में बड़ा भूचाल आने की संभावना है।
वहीं नीतीश कुमार का विपक्षों की मांग पर समर्थन करना एक बड़ा राजनीतिक बवंडर लाने जैसा है। अब देखना यह है कि क्या बिहार में तेजस्वी सरकार गिरा पाएंगे या नहीं। क्योंकि उनके पार्टी के नेता ने कहा था कि 15 अगस्त को तेजस्वी बिहार में झंडा लहराएंगे।