बिहार। बिहार सरकार जल्द ही सरकारी विद्यालयों के लिए प्रधान शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति करने वाली है. बिहार लोक सेवा आयोग(BPSC) के माध्यम से इन पदों पर सीधी नियुक्ति की जायेगी. प्राइवेट स्कूलों के पात्र शिक्षकों को भी मौका मिलेगा. स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा की गयी घोषणा के बाद शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारी तेज कर दी है.
बिहार के प्राथमिक विद्यालयों में पहली बार प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. पहले विद्यालय के वरीय शिक्षक ही इसका भार संभालते थे. लेकिन अब कमीशन के द्वारा इस पद पर नियुक्ति होगी. बीपीएससी राज्य में 45 हजार 892 हेडमास्टरों की बहाली करेगा. प्रदेश के 40 हजार 58 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक और 5334 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की जायेगी.
बिहार में मंत्रीपरिषद की मंजूरी मिलने के बाद अब नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. बिहार लोक सेवा आयोग लिखित परीक्षा के माध्यम से इन पदों को भरेगा. इसके लिए सरकार बीपीएससी को अधियाचना भेजेगी. प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक नियोजन इकाइयों से बाहर रहेंगे और शिक्षा विभाग के गाइडलाइन्स पर काम करेंगे. इनका संवर्ग और वेतनमान भी अलग रहेगा. एक तरह से ये राज्य कर्मचारी होंगे.
प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के पदों पर केवल शिक्षकों की ही दावेदारी मान्य होगी. प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों को भी इस नियुक्ति में मौका दिया जायेगा. निजी विद्यालयों में जिम्मेदारी संभाल रहे पात्र शिक्षकों को भी परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा. प्राइवेट स्कूलों(CBSE/ ICSE बोर्ड) में 12 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को पात्र माना जायेगा. दोनों पदों के लिए नया वेतन स्लैब भी तैयार किया जायेगा.