अलवर। अलवर शहर के प्रतापबंध श्मशान घाट में चिता से अस्थियां गायब मिलने से हड़कंप मच गया और चिता के साथ तांत्रिक क्रिया करने के सबूत मिले हैं. मृतक की अस्थियां चिता से गायब मिलने पर परिजनों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी. फिलहाल कोतवाली पुलिस जांच में जुटी हुई है.
अलवर शहर के छाजूसिंह के दरवाजा क्षेत्र में रहने वाले हरीश कुमार गोयल का 9 सितंबर को निधन हो गया था. प्रतापबंध शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार हुआ.
मृतक के परिजन तिये की रस्म करने के लिए शनिवार को श्मशान घाट पर पहुंचे. वहां मृतक की चिता की राख के अंदर से अस्थियां गायब मिली जिससे श्मशान घाट में हड़कंप मच गया.
मामले की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की है. परिजन तांत्रिक द्वारा अस्थियां गायब करने का आरोप लगा रहे हैं.
चिता की राख में मिले आदमी के पैरों के निशान
परिजनों ने बताया कि तांत्रिक द्वारा अस्थियां गायब की हैं. चिता स्थल पर तांत्रिक क्रिया की गई है. मौके पर साड़ी, चाकू, नारियल व श्रृंगार का सामान मिला है. चिता की राख में आदमी के पैरों के निशान भी मिले हैं.
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. श्मशान घाट पर नगर परिषद द्वारा दो गार्डो की ड्यूटी रहती है लेकिन मौके से वो नदारद मिले. वहां मौजूद एक कर्मचारी के बयान दर्ज किए गए हैं. पुलिस लगातार मामले की पूछताछ कर रही है. परिजन इस घटना के बाद से परेशान हैं. यह घटना पूरे अलवर में चर्चा का विषय बन गई है.
चिता से भस्म और अस्थियां गायब मिलींं
मृतक के परिजन अशोक कुमार गोयल ने बताया कि उसके बड़े भाई का देहांत 9 सितंबर को हो गया था जिसके बाद चिता शांत होने के बाद आज तिये की रस्म करने आये तो चिता से भस्म और अस्थियां (फूल) गायब मिले. तांत्रिक क्रिया की गई है. चूड़ियां, नींबू और अन्य सामान मिला है. कोतवाली पुलिस को सूचना दी है. पुलिस जांच कर रही है.
कोतवाली थाने के एएसआई अजय शर्मा ने बताया कि मृतक के परिजनों ने प्रतापबंध शमशान घाट में मृतक की चिता की अस्थियां गायब करने और तांत्रिक क्रिया करने का मामला सामने आया है. मौका मुआयना कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.