बड़जोड़ा। विधानसभा चुनाव 2021 के परिणाम आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में तृणमूल कांग्रेस में वापसी होड़ सी लगी है। इसी बीच रविवार कोबांकुड़ा जिले के बड़जोड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सुबियाड़ा गांव के लगभग 150 भाजपा कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस में वापसी की है।
बड़जोड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव से पूर्व नित्यानंद इलाके केे करीब डेढ़़ सौ कार्यकर्ता तृणमूल सेे भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बावजूद स्थानीय तृणमूल विधायक अलक मुखर्जी ने काफी मतों से जीत दर्ज की थी। विधायक अलक मुखर्जी के प्रयास के बाद रविवार को इन कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस में वापसी की है। इसमें स्थानीय भाजपा नेता प्रकाश दास भी शामिल हैं। इस मौके पर तृणमूल के जिला कमेटी नेता एवं पूर्व विधायक आशुतोष मुखर्जी, पंचायत प्रधान ताराशंकर मंडल, गंगाजल घाटी पंचायत समिति के कर्माध्यक्ष जितेंद्र राय सहित कई तृणमूल नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। भाजपा से आए तृणमूल कार्यकर्ताओं के हाथों में विधायक अलक मुखर्जी ने पार्टी का झंडा थमा कर स्वागत किया।
इस मौके पर भाजपा नेता प्रकाश दास ने कहा कि मैंने छात्र जीवन से ही अटल बिहारी वाजपेई का अनुगामी था। इसलिए हमें भाजपा में शामिल होने की इच्छा हुई थी। लेकिन पिछले सालों से नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हमने देखा कि सभी राष्ट्रीय संपत्तियां बेची जा रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एक अजीब तरह का षड्यंत्र रचकर विरोधी नेताओं के पीछे भाजपा जांच एजेंसियां लगा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसान आंदोलन की भी अनदेखी कर रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निचले स्तर के लोगों तक सभी सरकारी सुविधाएं पहुंचा रही है। यह सब देखते हुए हमने भी तृणमूल कांग्रेस में वापसी की है।
इस संबंध में भाजपा के विष्णुपुर सांगठनिक जिलाध्यक्ष सुजीत अवस्थी ने कहा कि तृणमूल से जो लोग भाजपा में खीर व लड्डू खाने के लालच में गये थे। अब वे तृणमूल में वापस लौट गये है। इससे भाजपा का ही मंगल होगा। भाजपा नेता के इस बयान पर कटाक्ष करते हुए स्थानीय तृणमूल अध्यक्ष देवदास वाजपेई ने कहा कि अंगूर न मिलने पर तो कहेंगे कि अंगूर खट्टे हैं।