नई दिल्ली। स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी वीर सावरकर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ दिये जाने की संभावना के बारे में मंगलवार को सरकार से सवाल पूछा गया, जिसके जवाब में सरकार की ओर से कहा गया कि विभिन्न वर्गों की ओर से प्रेषित नामों के बारे में समय-समय पर निर्णय किये जाते हैं। इस संबंध में किसी औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं है।
मुम्बई उत्तर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गोपाल शेट्टी ने सरकार से पूछा था कि क्या उसने वीर सावरकर को भारत रत्न देने के लिए कोई कदम उठाया है। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने अपने लिखित उत्तर में बताया कि भारत रत्न पुरस्कार दिए जाने की सिफारिशें अलग-अलग स्रोतों से नियमित रूप से प्राप्त होती हैं। तथापि, इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं है। भारत रत्न पुरस्कार दिए जाने के बारे में निर्णय समय-समय पर लिए जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना ने वीर सावरकर को भारत रत्न दिये जाने की जोरदार मांग की थी। महाराष्ट्र में सरकार गठन के सिलसिले में शिवसेना की संभावित सहयोगी कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर और उनकी विचारधारा का तीव्र विरोध करती रही है।