खूँटी (स्वदेश टुडे)। एक ही राज्य में रहने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीति पथ प्रदर्शक पद्मभूषण कड़िया मुण्डा से व्यक्तिगत मुलाकात रघुवर दास मुख्यमंत्री बनने के बाद नहीं किये थे। और आज लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष पद्मभूषण कड़िया मुण्डा से मिलने झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास खूँटी के अनिगड़ा स्थित उनके आवास पहुँचे। रघुवर दास के साथ हटिया के विधायक नवीन जायसवाल भी साथ थे। झारखण्ड के लोकप्रिय और वरिष्ठ दिग्गज नेता रहे कड़िया मुण्डा से मिलने के लिए मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार खूँटी आकर मिलना हुआ है। जो कि रघुवर दास कड़िया मुण्डा से मुखातिब हुए। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से पूछे जाने पर उन्होंने इस मिलने के अवसर को स्वास्थ्य की जानकारी लेने की बात बतलाया। उन्होंने कहा कि कड़िया मुण्डा गार्जियन और पार्टी के वरिष्ठ अभिभावक हैं। उनके मोतियाबिंद ऑपरेशन की जानकारी मिलने पर मिलने के लिए स्वास्थ्य और कुशल क्षेम लेने पहुंचे हैं।
पर , इनका मिलना कहीं न कहीं राजनीति की फिर कुछ सोंच और राजनीति भावना झलकती है। क्योंकि एक समय खूँटी में पत्थरगढ़ी समस्या चरम पर थी। और पद्मभूषण कड़िया मुण्डा के घर में पत्थरगड़ी के लोगों द्वारा हमला किये जाने के समय की घटना सबसे बड़ी घटना मानी जाती है। उस समय भी उनके आवास गार्ड तक को अगवा कर लिया गया था। इस विषय को पूरा राज्य जानता है। पर उस समय रघुवर दास के द्वारा उनके घर तक आने की भावना नहीं बनी थी कि उनसे जाकर मुलाकात करें। और हाल जाने। पर नहीं पहुंच पाए थे।
पद्मभूषण कड़िया मुण्डा से पूछे जाने पर बताया कि रघुवर दास मोतियाबिंद ऑपरेशन की बात सुनकर मिलने के लिए आए थे। लेकिन यह पूछे जाने पर बताया कि इस मिलन की सीधी जानकारी कड़िया मुण्डा को नहीं थी। कि आखिर उनसे मिलने रघुवर दास क्यों आ रहे हैं। उन्हें उनके गार्ड ने बतलाया कि रघुवर दास मिलने आ रहे हैं। पर क्यों आ रहे हैं इसकी जानकारी नहीं दी थी। उन्हें इस बात की जानकारी स्पेशल ब्रांच द्वारा मिली थी। रघुवर दास का मिलने की बात की जानकारी मिलने पर कड़िया मुण्डा ने की जानकारी देते हुए जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार को बतलाया और रहने के लिए कहा। इस मुलाकात के क्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार, विधायक प्रतिनिधि काशीनाथ महतो, अनुप साहू, संतोष जायसवाल, भाजपा कार्यसमिति सदस्य प्रियंक भगत, आनन्द कश्यप, संजय साहू, ज्योतिष भगत, आदित्य प्रसाद गुप्ता आदि साथ में थे।