रामगढ़। उचरिंगा का गाँव में ज़मीन विवाद को लेकर शुक्रवार को हुई झड़प की जाँच करने पहुँची पुलिस के सामने भी काफ़ी हो हंगामा हुआ। लेकिन इस हो हंगामे के बीच विधायक अंबा प्रसाद को बदनाम करने की साज़िश रची गई। इस मामले का ख़ुलासा तब हुआ जब घटना स्थल का एक वीडियो वायरल हुआ है। उस वीडियो में जिस व्यक्ति के साथ हाथापाई हो रही है वह ना तो कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद के भाई है और न ही कोई रिश्तेदार, ना ही परिजन। पतरातू पुलिस जब जाँच करने पहुँची तो वहाँ ज़मीन पर दो पक्षों के बीच काफ़ी हो हंगामा चल रहा था। पुलिस के सामने ही सफ़ेद रंग की क़मीज़ पहने 1 व्यक्ति को कुछ लोग घेरकर रखे हुए थे। उन लोगों के द्वारा उसके साथ मारपीट भी की जा रही थी। पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को शांत कराया और फिर ज़मीन के दस्तावेज़ के आधार पर लड़ाई लड़ने की सलाह दी। इसी बीच वहां कुछ लोगों ने यह अफवाह फैला दी कि यह सब कुछ विधायक के इशारे पर हो रहा है। पुलिस के सामने भीड़ में मौजूद लोगों ने यह भी कहा कि विधायक है तो कुछ भी करेगी क्या। वायरल वीडियो में यह शब्द साफ-साफ सुनाई दे रहा है।
जांच करने पहुंची पतरातु पुलिस ने यह भी कहा कि ये ज़मीन के दस्तावेज़ की जाँच अंचल अधिकारी से कराए जाएंगे। भीड़ में मौजूद लोगों ने यह भी कहा कि पतरातू अंचल अधिकारी ने किसी को भी वहाँ पर कार्य करने की अनुमति नहीं दी है। जो पक्ष वहाँ पे कार्य कर रखा है अगर उसे कोई आदेश प्राप्त है तो वे सामने दिखाए। इसके बाद सभी ग्रामीण पीछे हट जाएंगे। भीड़ में शामिल महिलाओं ने भी कहा कि वे कई बार थाना गई है, लेकिन उनकी कोई नहीं सुनता है।
मोहर नाथ महतो ने 19 सितंबर को दर्ज कराई थी प्राथमिकी
मोहन नाथ महतो ने सबसे पहले इस मामले में 19 सितंबर को एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी। राँची ज़िले की ठाकुर गाँव थाना क्षेत्र अंतर्गत कोरानार निवासी मोहर नाथ महतो ने कहा था कि बबलू अंसारी, लुकमान मियाँ, नमिता खंडेलवाल, तालेश्वर सिंह उर्फ तालों सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर उनकी ज़मीन पर रंगदारी कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 19 सितंबर को वे ट्रक से बाउंड्री स्लेप अपनी ख़रीदारी ज़मीन में अनलोड करा रहे थे। उसी समय सभी आरोपी वहाँ पहुँचे और लाठी डंडे से डराने लगे। उन लोगों ने उन्हें धमकी भी दी और मारपीट भी की। साथ ही बाउंड्री स्लेप को तोड़ने लगे। उन लोगों ने लगभग 60 हज़ार रुपये की संपत्ति का नुक़सान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे ज़मीन उन्हें दे दो, नहीं तो जान से मार देंगे। आरोपियों ने वहाँ मौजूद ट्रक में आग लगाने की भी धमकी दी। जिससे वे लोग काफ़ी डरे हुए हैं। पुलिस इस मामले में भी कार्रवाई कर रही है।
पीड़ित पक्ष की मात्र मदद कर रही थी विधायक
इस पूरे प्रकरण में जो सच सामने आया है वह यह है कि विधायक अंबा प्रसाद पीड़ित पक्ष की सहायता कर रही थी। मोहर नाथ महतो की अपनी जमीन है। जिसके पूरे दस्तावेज भी हैं। वे कुछ असामाजिक तत्वों के कारण परेशान थे और वे विधायक के समक्ष गुहार लगाने पहुंचे थे। इस मामले में विधायक ने उचित न्याय करने के लिए स्थानीय पुलिस को कहा है। इसमें ना तो उनके चाचा और ना ही उनके भाई शामिल हैं। विधायक ने कहा कि जमीन कोई लूट नहीं सकता है। वह दस्तावेज से ही हासिल किया जा सकता है। इसके पक्ष में दस्तावेज सही होंगे पुलिस और प्रशासन उनकी मदद करेंगे।