नई दिल्ली। क्या आप जातने हैं भारत में कुछ जगहों पर घूमने की अनुमति खुद यहां के नागरिकों को भी नहीं है. दरअसल भारत में कई जगहों पर सुरक्षा की दृष्टि और विवादित क्षेत्रों की वजह से वहां जाने की इजाजत किसी को नहीं है. हालांकि इन जगहों का खूबसूरत नजारा तस्वीरों में देखने के बाद हर किसी के मन में यहां जाने की इच्छा जरूर होती है.
नॉर्थ सेंटीनेल आईलैंड, अंडमान– नॉर्थ सेंटीनेल आईलैंड अंडमान का ही एक आईलैंड है. ये जगह अंडमान के समुद्र की गहराई में टेक्टोनिक प्लेट्स के ठीक बीच में स्थित है. इसे दूर से देखा जा सकता है, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते यहां जाने की इजाजत किसी को नहीं है.
पैंगॉन्ग त्सो का ऊपरी हिस्सा, लद्दाख– पैंगॉन्ग त्सो भारत की सबसे फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में से एक है. इस इलाके का एक बड़ा हिस्सा झील से घिरा हुआ है जो यात्रियों के लिए दुर्गम है. झील का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा विवादित क्षेत्र में आता है. यहां लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) भारत को चीन के कंट्रोल वाले हिस्से से अलग करती है. आप केवल भारत के दायरे में आने वाले हिस्से तक ही विजिट कर सकते हैं.
बैरेन आईलैंड, अंडमान– भारत का एकमात्र ज्वालामुखी बैरेन आईलैंड पर स्थित है, जो कि अंडमान सागर में एक्टिव टेक्टोनिक प्लेट्स के ठीक बीच स्थित है. हालांकि आप शिप या क्रूज से गुजरते हुए इस आईलैंड का नजारा देख सकते हैं. लेकिन आईलैंड पर उतरने की अनुमति किसी को नहीं है.
लक्षद्वीप के कुछ आईलैंड– लक्षद्वीप में तकरीबन 36 आईलैंड है, हांलिक यात्री यहां कुछ एक आईलैंड घूमने के लिए ही स्वतंत्र हैं. स्थानीय लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए यहां के कई आईलैंड यात्रियों की पहुंच से बाहर हैं. ये जगह एक मुख्य नौसैनिक अंडा भी है, इसलिए सुरक्षा कारणों से भी यहां जाने की अनुमति किसी को नहीं है. यहां अगाती, बंगाराम, कदमत, कवारत्ती और मिनिकॉय आईलैंड जैसी जगहों पर जाने के लिए अनुमति ली जा सकती है.
बार्क, मुंबई– बार्क यानी बाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर जो कि मुंबई के एक उपनगर में स्थित है, यहां जाने की अनुमति भी यात्रियों को नहीं है. चूंकि यह भारत का प्रमुख परमाणु अनुसंधान केंद्र है, इसलिए सुरक्षा कारणों से यहां नहीं जा सकते हैं. सरकारी संस्थानों से अनुमति के बाद केवल शोधकर्ता या विद्यार्थी ही यहां जा सकते हैं.