नागौर। जिले के मुगदड़ा गांव में सोमवार देर रात एक युवक घर से लापता हो गया। उसके मोबाइल और चप्पल मंगलवार को गांव के तालाब किनारे मिले। गोताखोरों ने तालाब में युवक की तलाश शुरू की। अजमेर से आई एसडीआरएफ टीम ने बुधवार सुबह शव को तालाब से बाहर निकाल लिया है। मृतक पांच बहनों का इकलौता भाई था। उसकी पिछले साल ही शादी हुई थी। पिता सरकारी टीचर हैं। तीन दिन पहले ही पटवारी भर्ती का एग्जाम देकर आया था और तब से ही परेशान चल रहा था।
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मेड़ता पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह सूचना मिली थी कि मनीष पुत्र रामदेव खुड़खुड़िया (24) निवासी मुगदड़ा रात ढाई बजे से घर से लापता है। मनीष की मोबाइल लोकेशन चेक की गई तो गांव के ही तालाब किनारे मिली। इस पर पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। तालाब किनारे मनीष का मोबाइल और चप्पल मिले। अंदेशा हुआ कि वो तालाब में डूब गया हो। मेड़ता से मीरा तैराकी संघ और नागौर से गोताखोरों की टीम बुलवाकर तालाब में तलाश की गई। जब कुछ पता नहीं चला तो देर शाम अजमेर से एसडीआरएफ टीम भी बुलाई गई।
देर शाम तक युवक की खोज खबर नहीं मिलने और गोताखोरों के असफल हो जाने के बाद मौके पर पहुंचे रियांबड़ी एसडीएम गौरीशंकर शर्मा ने अजमेर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। टीम ने मौके पर पहुंचते ही तुरंत सर्च अभियान शुरू कर दिया। रात भर चली सर्च से कोई सफलता नहीं मिली। आखिर बुधवार सुबह जल्दी ही टीम ने शव बाहर निकाल लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण तालाब की पाल पर जमा हो गए।