लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गुरुवार को डा.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का औचक निरीक्षण किया। उप मुख्यमंत्री लोहिया संस्थान पहुुंचते ही सबसे पहले दवा काउंटर और स्टोर पर गए। संस्थान में उप मुख्यमंत्री के पहुंचने की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया। लोहिया संस्थान की निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद अपने कार्यालय से निकल ही रही थी कि तब तक बृजेश पाठक पहुंच गए।
उप मुख्यमंत्री को औचक निरीक्षण में अस्पताल के स्टोर रूम में भारी मात्रा में एक्सपायर्ड दवाएं बरामद हुई हैं। यह दवाएं स्टोर में रखे-रखे खराब हो गईं और मरीजों को नहीं दी गईं। बाजार में इन दवाओं की कीमत करोड़ों में हैं।
बृजेश पाठक ने अस्पताल प्रशासन से उपलब्ध दवाओं की सूची और एक्सपायर्ड दवाओं की सूची मांगी। सर्वर काम नहीं कर रहा था। इस पर मंत्री ने फटकार लगाते हुए कहा कि दवाएं न तो मरीजों को दी गईं और न ही कंपनी को वापस की गईं। बृजेश पाठक ने पूरे मामले पर जांच करने के आदेश दिए हैं। चिकित्सा शिक्षा के सचिव डी एस प्रियदर्शी को जांच अधिकारी बनाया है। उप मुख्यमंत्री ने लोहिया अस्पताल में चल रही कैंटीन का भी निरीक्षण किया और मरीजों से भी बात की।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में लोहिया संस्थान में पंजीकरण के नाम जमा हो रहे पैसे किसी व्यक्ति के खाते में जमा होने का मामला प्रकाश में आया था। काफी समय बीत जाने के बाद यह मसला ठंडा पड़ा है। अभी तक अस्पताल प्रशासन द्वारा नियुक्त जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अभी तक नहीं दी है। वहीं लोहिया संस्थान में आए दिन शिकायतें मिल रही हैं।