कानपुर। कानपुर पहुंचे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष व केन्द्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन का समय आ गया है और शिवसेना की सरकार गिरना तय है। महाराष्ट्र में अगली सरकार एक बार फिर देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व में बनने जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीब 35 विधायक सूरत में हैं और अब उन्हें राज्यपाल को इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अगाड़ी महागठबंधन की सरकार बेमेल चल रही थी। शिवसैनिकों में इसका विरोध था। सरकार ने ढाई साल में कोई विकास कार्य नहीं किया। सिर्फ बीजेपी पर आरोप लगाने का काम किया गया। इसके चलते ही उनके शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे लगातार नाराज चल रहे थे और अब उन्होंने कड़ा निर्णय ले लिया है। उनके साथ करीब 35 विधायक गुजरात के सूरत शहर में हैं। इससे अब तय है कि उद्धव सरकार जाने वाली है। अल्पमत में उद्धव ठाकरे की सरकार है और नई सरकार के लिए किंगमेकर की भूमिका में उनकी ही पार्टी के नेता एकनाथ शिंदे हैं।
अठावले ने आगे कहा कि संजय राउत के भड़काने पर उद्धव ठाकरे ने एनसीपी व कांग्रेस के साथ सरकार बनाई थी, जबकि शिवसेना की नींव रखने वाले उद्वव के पिता बाला साहेब ठाकरे जीवनभर कांग्रेस एनसीपी के विरोध में रहे। हाल ही में हुए विधान परिषद व राज्यसभा चुनाव में अगाड़ी महागठबंधन की हार हुई थी, उसी दिन से ही महाराष्ट्र से सरकार का जाना तय हो गया था।