गुवाहाटी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने शुक्रवार को भाजपा नेतृत्वाधीन केंद्र और राज्य सरकार की जमकर आलोचना की। वे गुवाहाटी के दिसपुर स्थित सरकारी आवास में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
गोगोई ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि देश के सामने बेरोजगारी, नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए), शिक्षा, मूल्य वृद्धि आदि समस्याएं मौजूद हैं, जिनको लेकर सरकार संवेदनशील नहीं है। राजनीति, आर्थिक नीति और समाज नीति समेत सभी क्षेत्रों में अस्थिरता का दौर चल रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर शनि की दशा चल रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरी जेड सुरक्षा को हटाने के पीछे मुख्य कारण मेरे द्वारा सीएए का विरोध करना है। सवालिया लहजे में गोगोई ने पूछा कि यदि मेरी सुरक्षा व्यवस्था इतनी अच्छी है तो मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल स्वयं क्यों जेड सुरक्षा लेकर घूम रहे हैं।
वित्त आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत पर निशाना साधते हुए गोगोई ने कहा कि वे स्वयं को बेहद बुद्धिमान मानते हैं। उन्होंने हिमंत पर कई टीवी चैनल खोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे चैनल को पत्नी का बताते हैं। हिमंत के बांग्लादेश जाने को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे पूजा करने जाते हैं या कुछ और पता नहीं।
मुख्यमंत्री सोनोवाल के साथ डॉ हिमंत की तुलना करते हुए गोगोई ने कहा कि सोनवाल से राज्य की जनता ने काफी आशाएं की थीं लेकिन डॉ हिमंत से किसी को कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने हिमंत के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि मेरे शासनकाल में बांग्लादेशी आए थे तो भाजपा सरकार क्यों नहीं उन्हें राज्य से बाहर खदेड़ती है। उस समय असम समझौता कार्यान्वयन मंत्री स्वयं हिमंत थे, उन्होंने क्यों नहीं कुछ किया।
डॉ हिमंत के कांग्रेस में 90 फीसदी बांग्लादेशी विधायक होने वाले बयान परगोगोई ने कहा कि मैं चैलेंज देता हूं यदि 90 फीसदी कांग्रेसी विधायक बांग्लादेशी हैं तो केंद्रीय गृह मंत्री क्या कर रहे हैं। उन्हें प्रमाण देना चाहिए। गोगोई ने कहा कि वे सदन में प्रिविलेज मोशन लाएंगे। राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल गेट खोले जाने के संबंध में गोगोई ने कहा, पूर्वोत्तर में टोलगेट नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि, इस क्षेत्र की आर्थिक स्थित अच्छी नहीं है। पूर्वोत्तर को इससे छूट देनी चाहिए।
राज्य में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम के संदर्भ में तरुण गोगोई ने कहा कि आज असम में खेलो इंडिया हो रहा है, अच्छी बात है। उन्होंने अपने सरकार की उपलब्धि का बखान करते हुए कहा कि यदि हमारी सरकार ने स्टेडियम नहीं बनाया होता तो खेलो इंडिया यह सरकार कहां आयोजित करती। गोगोई ने सत्ता में शामिल क्षेत्रियतावादी पार्टी असम गण परिषद (अगप) की कड़े शब्दों में निंदा की। साथ ही कहा कि असम में अब नए क्षेत्रीयतावादी दल की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि गोगोई को यह उम्मीद है कि सीएए से उपजे असंतोष का पूरा लाभ 2021 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिलेगा। यही कारण है कि उन्हें नए दल के गठन से बेहद डर लग रहा है। इसलिए वे हर बार नए दल के गठन को लेकर राज्य की जनता को आगाह करने से नहीं चूक रहे हैं।