बेगूसराय: बेगूसराय वासी इन दिनों प्रकृति की दोहरी मार झेल रहे हैं। बेगूसराय का 11 प्रखंड सुखाड़ से तबाह है तो सात प्रखंड एवं नगर निगम का दो वार्ड गंगा नदी के उफान से त्राहिमाम कर रहा है।
गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर चले जाने के कारण 22 पंचायत के करीब 50 हजार की आबादी बाढ़ प्रभावित हो गई है, जहां कि प्रशासन द्वारा नाव सहित अन्य राहत उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया
बुधवार को DM रोशन कुशवाहा ने बलिया अनुमंडल कार्यालय में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के साथ-साथ चिचियाही बांध का भ्रमण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। अनुमंडल कार्यालय में बैठक कर DM ने प्रभावित अंचलों में प्रशानिक स्तर पर उठाए गए तैयारियों की समीक्षा की तथा सभी संबंधित पदाधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रभावितों के जान-माल की सुरक्षा एवं त्वरित तथा ससमय राहत की पहुंच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
DM ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर पिछले एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहा है। दियारा क्षेत्र में मार्ग अवरुद्ध हो गया है, 20-25 नाव का परिचालन किया जा रहा है। मेडिकल कैंप और पशुपालन टीम को नाव के माध्यम से दियारा क्षेत्र आज से भेजा जा रहा है, कल तक सभी जगह टीम पहुंच जाएगी, ताकि वहां के लोगों एवं उनके पशुओं के स्वास्थ्य में परेशानी नहीं हो।
22 पंचायत की 40 हजार से अधिक आबादी प्रभावित
बांध पर आकर रहने वाले बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए जनरेटर और लाइट की व्यवस्था की जा रही है, ताकि रात में रह रहे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। अब तक 22 पंचायत की 40 हजार से अधिक आबादी प्रभावित है। अभी घरों में उस तरह की हालत नहीं है, घरों में रह रहे लोगों की स्थिति खराब होती है तो विस्थापित कर राहत केंद्रों पर लाया जाएगा। किसी भी लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर जिला प्रशासन सतर्क है तथा आपदा प्रबंधन के लिए निर्धारित SOP के तहत सभी व्यवस्था कर ली गई है। जिला प्रशासन किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
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इधर, सिमरिया घाट बिंद टोली के सैकड़ों घरों में बाढू का पानी प्रवेश कर गया है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है। बुधवार को तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह ने बिंद टोली का निरीक्षण किया तथा लोगों को जल्द ही प्रशासनिक स्तर से सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।