भोपाल। सशस्त्र क्रांति के उद्घोषक, महान स्वतंत्रता सेनानी वासुदेव बलवंत फड़के और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश नाथ काटजू की आज शुक्रवार को पुण्यतिथि है। इस अवसर पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन दोनों महान विभूतियों को स्मरण करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धासुमन अर्पित किये हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानी वासुदेव बलवंत फड़के को बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा सशस्त्र संगठन ‘रामोशी’ के नायक, आद्य क्रांतिवीर, महान स्वतंत्रता सेनानी श्रद्धेय वासुदेव बलवंत फड़के जी के बलिदान दिवस पर श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। मां भारती की सेवा करते हुए प्राणोत्सर्ग करने वाले वीर सपूत की गौरवगाथा सर्वदा युवाओं को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी।
गौरतलब है केि वासुदेव बलवंत फडक़े का जन्म 4 नवंबर 1845 को कोकण के केल्शी गाँव में हुआ था। वे ब्रिटिश काल में किसानों की दयनीय दशा को देखकर विचलित हो उठे थे। वासुदेव बलवन्त फडक़े भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के आदि क्रांतिकारी थे। उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए सशस्त्र मार्ग का अनुसरण किया। कोली, भील तथा धांगड जातियों को एकत्र कर उन्होंने “रामोशी” नाम का क्रांतिकारी संगठन खड़ा किया। मुक्ति संग्राम के लिए धन एकत्रित करने उन्होंने धनी अंग्रेज साहूकारों को लूटा। फडक़े 20 जुलाई 1879 को बीजापुर में पकड़ में आ गए। अभियोग चलाकर उन्हें काले पानी का दंड दिया गया। कारागार में 17 फरवरी 1883 को आदि क्रांतिकारी वासुदेव बलवंत फडक़े का निधन हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री को दी श्रद्धांजलि
वहीं एक अन्य ट्वीट कर मुख्यमंत्री चौहान ने मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश नाथ काटजू को पुण्यतिथि पर स्मरण करते हुए कहा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश नाथ काटजू जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आप मध्यप्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के अपने अभिनव विचारों एवं प्रयासों के लिए सदैव याद आयेंगे।