रांची/लोहरदगा। लोहरदगा में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना के बाद जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार को सातवें दिन कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी गयी।
जिले में बुधवार को 10 से 12 और 2 से 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दिए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकले और आवश्यक सामानों की खरीददारी की। बाजार में लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। लोग दवा, दूध, सब्जियां, गैस और खाद्य सामग्री खरीदकर अपने घरों में लेकर गए। पूरे जिले में पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। शहरी क्षेत्र में डीसी आकांक्षा रंजन एसपी प्रियदर्शी आलोक सहित अन्य अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया। जिला प्रशासन के द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्र से लगातार ऐलान किया जा रहा है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून अपने हाथ में न लें। आवश्यक सामानों की खरीदारी के बाद लोग अपने घरों में चले जाएं। लोहरदगा जिला में तेजी से शांति बहाल हो रही है।
आवश्यक सामग्रियां खरीदने की छूट दी गई
कर्फ्यू व गिरफ्तारियों को लेकर आईजी नवीन कुमार सिंह ने बातचीत में बताया कि कर्फ्यू में बुधवार को दो बार ढील देकर लोगों को आवश्यक सामग्रियां खरीदने की छूट दी गई। लोगों को आवश्यक चिकित्सीय सुविधाएं और गैस सिलेंडर देने की भी व्यवस्था की गई। उन्होंने बताया कि हमारे प्रतिनियुक्त पदाधिकारी व दण्डाधिकारी भी लोगों से जाकर उनके घरों में बात कर रहे हैं। इस दौरान लोगों ने भी हमें शांति और सौहार्द्र का भरोसा दिलाया है। लोग आपस में भी बात कर यह भरोसा दे रहे हैं। जिले में सभी प्रखंडों में शांति समिति की बैठक हो गई है और जल्द ही जिला स्तर पर शांति समिति की बैठक की जायेगी। लोगों ने शांति समिति की बैठक मे हमें शांति और सौहार्द्र का भरोसा दिलाया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जायेगी। साथ हम लंबी दूरी की भी गाड़ियों का परिचालन करवा सकेंगे।
अब तक 22 लोगों की गिरफ्तारी
सिंह ने कहा कि एसआईटी का भी कार्य काफी बेहतर चल रहा है। अभी तक 22 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 55 लोगों पर 116/3 के तहत बंध पत्र भरा कर उन्हें छोड़ा जा रहा है। उनकी संलिप्तता की भी जांच चल रही है। जिनके खिलाफ सबूत हैं उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा।
सभी अपने-अपने घरों में ही करें पूजा-अर्चना
सिंह ने बताया कि सरस्वती पूजा लोग अपने घरों में ही करें। किसी भी समुदाय के लिए भी सार्वजनिक स्थलों पर पूजा करने की इजाजत नहीं है। मौके पर डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर और उपायुक्त आकांक्षा रंजन भी उपस्थित थीं।
उल्लेखनीय है कि लोहरदगा के ललित नारायण स्टेडियम में बीते गुरुवार को दिन के 11 बजे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के समर्थन में रैली निकाली गयी थी। रैली को शहर के मुख्य सड़क से होते हुए समाहणालय मैदान पहुंचना था। रैली में शामिल लोग नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रहे थे। उपायुक्त और एसपी खुद इस री के साथ चल रहे थे। रैली जब दिन के 11.30 बजे अमलाटोली के पास गुजरी , तो विरोधी गुट के लोगों ने रैली में शामिल लोगों पर तबातोड़ ईंट-पत्थर फेंकना शुरु कर दिया था, जिससे स्थिति बगड़ गयी थी। उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़, स्थिति जब पूरी तरह से बिगड़ने लगी तो पुलिस ने लगभग 100 राउंड फायरिंग की थी। इसके बाद स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया था। घटना में कई लोग घायल हो गये थे। एक घायल नीरज राम प्रजापति की इलाज के दौरान रिम्स में मौत हो गयी थी। मंगलवार को नीरज का अंतिम संस्कार किया गया था।