Ranchi : रांची सिविल कोर्ट के न्यायायुक्त सह अध्यक्ष डालसा दिवाकर पांडे ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकृति को समर्पित दुनियाभर में मनाया जानेवाला महत्वपूर्ण दिन है। पांच जून एक महत्वपूर्ण दिन है। विश्व पर्यावरण दिवस जिसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। आज हमें पर्यावरण के संरक्षण, संवर्द्धन और विकास का संकल्प लेने की जरूरत है। प्रकृति और मानव का रिश्ता पुराना है, यह एक अटूट संबंध है, मगर आधुनिकता और बढ़ती व्यस्तता के कारण लोग पर्यावरण का संतुलन बिगड़ता जा रहा है। मौका था रांची सिविल कोर्ट परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम का। झारखंड हाई कोर्ट के जज सह झालसा के अध्यक्ष सुजित नारायण प्रसाद के निर्देश पर यह कार्यक्रम आयोजित की गई थी। मौके पर अर्जुन, चंदन व रूद्राक्ष के पौधे लगाये गये। न्यायायुक्त दिवाकर पांडे ने कहा बढ़ती आबादी, औद्योगिकीकरण प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध इस्तेमाल से आज विश्व का तापमान चिंतित स्तर पर बढ़ रहा है। पर्यावरण अस्थिरता तथा बढ़ती आबादी के द्वारा जल के अंधाधुंध उपयोग के कारण जल का स्तर भी गिरता जा रहा है। इस पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमें अपनी वायु, जल तथा पृथ्वी को बचाने के लिए सभी व्यक्तियों की भागीदारी की आवश्यकता है। हमें पानी, हवा और धरती को शुद्ध रखने का संकल्प लेना चाहिए।
मौके पर मौजूद रांची जिला बार एसोसिएशन के सचिव संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि हमें पूरे सालभर पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम के उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए और हमें पौधरोपण के जरिये आसपास के वातावरण को सुन्दर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही सफाई, पानी की बचत, बिजली का कम प्रयोग, जैविक और स्थानीय खाद्य पदार्थों का उपयोग, जंगली जीवन की सुरक्षा आदि बहुत सी गतिविधियों को कार्यरुप में बदलना चाहिए।
मौके पर न्यायायुक्त दिवाकर पांडेय, फैमिली कोर्ट के जज एसएस फातमी, एजेंसी-1 के राजीव रंजन, सीजेएम चंदन, डालसा सचिव समेत सभी न्यायिक पदाधिकारी, व्यवहार न्यायालय, रांची, रांची जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शंभु प्रसाद अग्रवाल, सचिव संजय कुमार विद्रोही एवं अन्य पदाधिकारी व अधिवक्तागण मौजूद रहे।
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