पटना: देश के विभिन्न राज्याें में केवल विपक्षी दलों के नेताओं के घर ही केंद्रीय जांच एजेंसियों की छापेमारी पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है।
उप मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश में भाजपा के 300 से ज्यादा सांसद हैं। बड़ी संख्या में विधायक हैं लेकिन किसी भी भाजपा नेता के यहां छापेमारी क्यों नहीं होती?
क्या वे दूध के धुले हैं। सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार केवल विपक्षी दलों के सांसदों, विधायकों और नेताओं के घर पर ही छापेमारी करवा रही है।
भाजपा में जाता है वह दूध का धुला हो जाता है : तेजस्वी यादव
बिहार की नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचारियों को बचाने के भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग बचाने की बात करते हैं वही अपने भ्रष्ट लोगों को बचा रहे हैं।
इसलिए भाजपा अपने किसी भी नेता, मंत्री, सांसद, विधायक के यहां कोई छापेमारी नहीं करवा रही है। तेजस्वी ने कहा कि हर जगह देखा जा रहा है कि जो भाजपा में जाता है वह दूध का धुला हो जाता है। केंद्र में बैठे लोगो को इसका जवाब दे।
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले केरल में बिना नाम लिए विपक्षी दलों पर निशाना साधा था। खासकर बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन संग मिलकर सरकार बनाने पर कटाक्ष करते हुए विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए एकजुट होने का आरोप लगाया था।
पिछले दिनों राजद के करीब आधा दर्जन सांसद और विधायकों के विभिन्न आवासों पर हुई छापेमारी को लेकर तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर द्वेषपूर्ण राजनीतिक कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया है।