नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि देश की नॉमिनल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2014-15 की 2 ट्रिलियन डॉलर के मुकाबले बढ़कर 2.9 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। सीतारमण ने बजट पर लंबे वक्त तक चली बहस का जवाब देते हुए मंगलवार को कहा कि भारत के प्रति वैश्विक भावना अनुकूल मूड में है। इसे निवेशकों के निवेश तौर पर देखा जाता है, जो भारत में विश्वास दिखाना जारी रखते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष विदेश निवेश (एफडीआई) का नेट प्रवाह 24.4 बिलियन डॉलर है, जो कि अप्रैल-नवम्बर 2018-19 के 21.1 बिलियन डॉलर की तुलना में अप्रैल-नवम्बर 2019-20 में था। राज्यसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों में एक बदलाव देखा गया है। नवम्बर 2019 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) संख्या में अक्टूबर 2019 में 3.4 फीसदी और सितंबर 2019 में 4.3 फीसदी तक संकुचन की तुलना में 1.8 फीसदी की संभावित वृद्धि दर्ज की गई है।
सीतारमण ने कहा कि राजस्व संग्रह में भी लगातार सुधार हो रहा है। जनवरी के महीने में, 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं। वित मंत्री ने कहा कि अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 के दौरान एकत्र किए गए सकल जीएसटी राजस्व संग्रह छह बार एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है।