दिग्गज कंपनी बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इशारों में ही सरकार पर गुमराह करने के आरोप भी लगाए हैं.
ऑटो सेक्टर की टॉप कंपनियों में शुमार बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने ऑटो इंडस्ट्री के बिगड़ते हालात पर भी चिंता जाहिर की है. बजाज ऑटो की आम वार्षिक बैठक (AGM) में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए राहुल बजाज ने कहा, ” ऑटो सेक्टर बेहद मुश्किल हालात से गुजर रहा है. कार, कमर्शियल व्हीकल्स और टूव्हीलर्स सेग्मेंट की हालत ठीक नहीं है. कोई मांग नहीं है और कोई निजी निवेश भी नहीं है, तो ऐसे में विकास कहां से आएगा? क्या विकास स्वर्ग से गिरेगा? ”
इसके साथ ही राहुल बजाज ने इशारों में सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया. 81 साल के बिजनेसमैन राहुल बजाज ने कहा, ” सरकार कहे या न कहे लेकिन आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक के आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन-चार सालों में विकास में कमी आई है. दूसरी सरकारों की तरह वे अपना हंसता हुआ चेहरा दिखाना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई यही है.”
बेटे ने भी सरकार पर साधा था निशाना
इससे पहले राहुल बजाज के बेटे और कंपनी के एमडी राजीव ने भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर मोदी सरकार की योजनाओं पर सवाल खड़े किए थे. आम बजट पेश होने के बाद एक इंटरव्यू में राजीव बजाज ने कहा था कि यह सरकार रातोंरात सबकुछ बदल देना चाहती है. इसके साथ ही राजीव बजाज ने सरकार से पूछा था कि अगर कल को ग्राहक इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडल स्वीकार नहीं करते हैं, तो ऑटो इंडस्ट्री का क्या होगा? क्या हम दुकान बंद कर, घर बैठ जाएं?
बुरे दौर में ऑटो इंडस्ट्री
बता दें कि ऑटो इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है.ऑटो कंपनियों के संगठन सियाम के आंकड़ों के मुताबिक जून महीने में कारों की घरेलू बिक्री भी 24.97 फीसदी घटी है. जून में यह आंकड़ा 1,39,628 यूनिट्स का रहा, जो पिछले साल जून में 1,83,885 यूनिट था. यह लगातार आठवां महीना है जब यात्री वाहनों की बिक्री में कमी दर्ज की गई. ये आंकड़े आने के बाद ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से इस गिरावट को रोकने तथा नौकरियों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस नीतिगत उपाय करने का आग्रह किया है.