इंदौर। भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता के तहत इंदौर में चल रहे तीन दिनी कृषि कार्य समूह की पहली कृषि प्रतिनिधियों की बैठक का समापन हो गया। यह आयोजन संस्कृति, खान-पान और इतिहास से समृद्ध अनुभवों का सम्मेलन था और बैठकों के दौरान सार्थक विचार-विमर्श में भाग लेने की बड़ी जिम्मेदारी थी।
कार्यक्रम के अंतिम दिन की शुरुआत तकनीकी विषय-वार सत्रों के साथ हुई, जिसमें चार विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। ये विषय “खाद्य सुरक्षा और पोषण”। “जलवायु स्मार्ट दृष्टिकोण के साथ सतत कृषि”, “समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला और खाद्य प्रणाली”, और “कृषि परिवर्तन के लिए डिजिटलीकरण” रहे। खाद्य सुरक्षा और पोषण के तकनीकी सत्र पर चर्चा के लिए, उद्घाटन टिप्पणी शुभा ठाकुर, संयुक्त सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएडं एफडब्ल्यू) द्वारा दी गई। तत्पश्चात विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) द्वारा सन्दर्भ निर्धारण किया गया। डॉ. अभिलक्ष लिखी, अतिरिक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू ने खाद्य सुरक्षा और पोषण पर वैश्विक ढांचा प्रस्तुत किया। इसके बाद शुभा ठाकुर, संयुक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू द्वारा मिलेट इंटरनेशनल इनिशिएटिव फॉर रिसर्च एंड अवेयरनेस (एमआईआईआरए) का परिचय दिया गया।
फ्रैंकलिन एल खोबुंग , संयुक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू ने जलवायु स्मार्ट दृष्टिकोण के साथ सतत कृषि पर तकनीकी सत्र के लिए उद्घाटन भाषण दिया, जिसके बाद खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा संदर्भ प्रस्तुति की गई।
डॉ. अभिलक्ष लिखी, अतिरिक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू और कृषि के लिए अंतर्राष्ट्रीय कोष विकास (आईएफएडी) ने समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला और खाद्य प्रणाली पर तकनीकी सत्र पर चर्चा के लिए संदर्भ निर्धारित किया।
कृषि परिवर्तन के लिए डिजिटलीकरण पर तकनीकी सत्र के लिए डॉ. पी.के. मेहरदा, अतिरिक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू द्वारा चर्चा संदर्भ निर्धारित किया गया।
प्रत्येक विषय-आधारित तकनीकी सत्र के दौरान, विचारों, सुझावों और टिप्पणियों के बौद्धिक रूप से समृद्ध आदान-प्रदान को शामिल करते हुए एक ओपन हाउस चर्चा हुई। व्यावहारिक प्रस्तुतियों ने छोटे किसानों पर विशेष जोर देने के साथ कृषि परिवर्तन और कृषि में डिजिटलीकरण के महत्व का मार्ग प्रशस्त किया।
सत्र की सह-अध्यक्ष डॉ. स्मिता सिरोही, संयुक्त सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू ने सत्रों के दौरान प्रस्तुत किए गए ठोस बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए प्रत्येक सत्र का सारांश दिया।
मनोज आहूजा, सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू ने कृषि अनुसंधान और विकास पहलुओं पर जी20 सदस्य देशों के बीच अधिक अभिसरण और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। अध्यक्ष ने आगामी एडब्ल्यूजी बैठकों में जी20 कृषि मुद्दों पर चर्चा को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का समापन एक वीडियो के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों के लिए भारत की उनकी यादगार यात्रा को संजोने के लिए एक संस्मरण के रूप में पिछले 3 दिनों की विभिन्न घटनाओं की झलकियों को दिखाया गया।