कोंडागांव। इश्क नचाये जिसको यार, वो फिर नाचे बीच बाज़ार।
गोली चलाते, बेरहमी से किसी का गला रेतकर हत्या कर देने वाले नक्सली जब इश्क में पड़ जाते हैं तो वे भी शायर की इस बात को सच कर जाते हैं।
एक नक्सल कमाण्डर का इश्क आख़िरकार उसे हथियार छोड़ने पर मजबूर कर दिया। उन दोनों ने कोंडागांव के एसपी सिद्धार्थ तिवारी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सदा के लिए हिंसा का रास्ता छोड़ प्रेम का रास्ता चुन लिया|
दरअसल बस्तर के नारायणपुर जिला के सरहदी इलाके में सक्रिय मिलिट्री कम्पनी नं. 6 का प्लाटून डिप्टी कमाण्डर नागेश उर्फ बुधरू बैंजाम अपने ही कंपनी की साथी महिला नक्सली उर्मिला उर्फ सुकमति उसेण्डी से प्रेम करने लगा।
वह उसके साथ शादी कर घर बसना चाहता था लेकिन वह जानता था कि नक्सलियों के साथ रहकर अपने रिश्ते को आगे नहीं बढ़ा सकता, जिसके चलते उसने शासन की पुनर्वास नीति को अपनाते हुए आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया।
10 नवंबर को दोनों इनामी नक्सलियों ने कोंडागांव के एसपी सिद्धार्थ तिवारी के समक्ष आकर आत्मसमर्पण कर दिया ।
पुलिस के अनुसार इन दोनों नक्सलियों पर आठ-आठ लाख रुपए का इनाम घोषित था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के मुताबिक नागेश उर्फ बुधरू बैंजाम वर्ष 2005 में किस्टाराम एरिया में बाल संगठन में भर्ती हुआ था| फिर सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, कोण्डागांव क्षेत्र के विभिन्न दलम में सक्रिय रहते हुए वर्तमान में कम्पनी नं. 06 का प्लाटून डिप्टी कमाण्डर था।
वहीँ साथी महिला नक्सली उर्मिला उर्फ सुकमति उसेण्डी वर्ष 2014 भटबेड़ा की जनमिलिशिया में शामिल हुई थी| वर्तमान में नक्सली मिलिट्री कम्पनी नं. 06 की ही सदस्य थी।
दोनों नक्सल गतिविधियों में शामिल रहते हुए एक दूसरे को पसंद करते हुए प्रेम करने लगे| औरों की तरह अपना घर बसने का सपना देखने लगे|
लेकिन अपने साथी नक्सलियों के दुर्व्यवहार व उनके शोषण से परेशान होकर आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया| इसके पहले दंतेवाडा जिले में वेलेंटाइन डे पर लिखा ख़त पाकर नक्सली प्रेमिका ने भी आत्मसमर्पण कर दिया|