नयी दिल्ली : प्रख्यात हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव का बुधवार को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके भाई दीपू श्रीवास्तव ने यह जानकारी।राजू 58 वर्ष के थे और 40 दिन से अधिक समय से अस्पताल में भर्ती थे। राजू कुछ समय तक समाजवादी पार्टी का हिस्सा रहने के बाद 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। दिल्ली के एक होटल में व्यायाम करते समय 10 अगस्त को उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया, जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। तभी से वह वेंटिलेटर पर थे और होश में नहीं आए।मुंबई में उनके भाई दीपू श्रीवास्तव ने बताया, मुझे सुबह फोन करके उनके निधन की सूचना दी गई। यह काफी दुखद खबर है। वह 40 से अधिक दिन से अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राजू श्रीवास्तव को सुबह 10 बजकर करीब 20 मिनट पर मृत घोषित किया गया। राजू श्रीवास्तव के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। वह उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष भी थे।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजू श्रीवास्तव के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार, राजू श्रीवास्तव के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ है। वे एक मंजे हुए कलाकार होने के साथ-साथ एक बेहद ज़िंदादिल इंसान भी थे। सामाजिक क्षेत्र में भी वे काफ़ी सक्रिय रहते थे। उनके शोकाकुल परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राजू श्रीवास्तव का एक विशिष्ट अंदाज था और अपनी अद्भुत प्रतिभा से उन्होंने सभी को प्रभावित किया। उन्होंने कहा, उनका निधन कला जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। मैं उनके परिजनों व प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह दुःख सहने की शक्ति दें। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राजू श्रीवास्तव के निधन का समाचार सुनकर वह नि:शब्द हो गए।उन्होंने कहा, राजू श्रीवास्तव ने हास्य कला की दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों एवं प्रशंसकों के साथ हैं।सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने श्रीवास्तव को एक बेहतरीन कलाकार और ज़िंदादिल इंसान बताया और कहा कि अपनी कला व प्रतिभा से वह अनेकों कलाकारों के प्रेरणास्रोत बनें।उन्होंने कहा, राजू श्रीवास्तव का निधन दुःखद है। उनका जाना हास्य कला की एक विधा के युग का समापन है, उनके निधन से हुई रिक्तता की भरपाई संभव नहीं है।फिल्म निर्माता राकेश रोशन ने लिखा, राजू श्रीवास्तव, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। ओम शांति।