बॉलीवुड एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरी रविवार को अपना 55वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं. पद्मिनी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत काफी छोटी उम्र में कर दी थी. उन्होंने महज 5 साल की उम्र में पहली बार कैमरा फेस किया था और 20 साल की होने से पहले तक वह कई ऐसे बोल्ड सीन कर चुकी थीं जिन्होंने उन्हें विवादों में ला दिया था.
पद्मिनी ने अपनी शुरुआत की साल 1974 में आई फिल्म एक खिलाड़ी बावन पत्ते से. इस फिल्म में वह बतौर बाल कलाकार नजर आई थीं. इसके बाद साल 1978 तक उन्होंने बतौर बाल कलाकार इंडस्ट्री में काम किया. साल 1980 उनकी फिल्म गहराई रिलीज हुई थी जिसमें पद्मिनी ने न्यूड सीन दिया था जिसे लेकर वह काफी ज्यादा चर्चा में रहीं. उस दौर में किसी फिल्म में न्यूड सीन करना बहुत बड़ी बात होती थी.
फिल्म में अमरीश पुरी को तांत्रिक के किरदार में दिखाया गया था जो एक रूह को लड़की के शरीर से निकालने के लिए उसकी निर्वस्त्र पूजा करते हैं. इसके बाद दूसरा विवाद खड़ा हुआ फिल्म इंसाफ का तराजू से. फिल्म में पद्मिनी के साथ जीनत अमान और राज बब्बर ने काम किया था. फिल्म में पद्मिनी को नाबालिग लड़की का रोल मिला था और उन्हें एक रेप सीन दिया था.
पद्मिनी को रेप सीन देना था, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया. हालांकि ये दो सीन उन्हीं पर भारी पड़ गए. हुआ ये कि इस तरह के सीन्स करने के चलते पद्मिनी काफी ज्यादा विवादों में आ गईं और उन्हें एडल्ट एक्ट्रेस का टैग दे दिया गया.