भोपाल। नीति आयोग, भारत सरकार के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि जी-20 की थिंक 20 बैठक के वैचारिक कार्यक्रम में विश्व भर से आए चिंतक पर्यावरण सम्मत जीवनशैली और नैतिक मूल्यों के महत्व पर अपने विचार रखेंगे। नीति आयोग ने एकात्मता का संदेश देने, जन-भागीदारी, संवेदना, सद्भाव, वसुधैव कुटुम्बकम् और पर्यावरण हितैषी जीवनशैली के लिए मध्य प्रदेश में इस वैचारिक सत्र के आयोजन में सहयोग दिया है। प्रधानमंत्री मोदी वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर के विचार को लोकप्रिय बना रहे हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सोमवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में जी-20 के अंतर्गत थिंक 20 बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य देशों से आए प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मनोहर पर्रिकर-आईडीएसए, नई दिल्ली के महानिदेशक सुजॉन चिनॉय ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छता पर बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता को जन अभियान बनाया है। आज कम हो रहा ग्रीन कवर चिंतनीय है। पर्यावरण का संतुलन आवश्यक है। यह वैचारिक सत्र इस विषय के महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने लायेगा।
एशियन डवलपमेंट बैंक जापान के सीईओ टेत्सुशी सोनोबे ने कहा कि भारत की पर्यावरण के प्रति चिंता और इस कार्यक्रम की रूपरेखा प्रशंसनीय है। अनेक राष्ट्रों के विचारक एक मंच पर आए हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाल कोष (यूनिसेफ) के दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक जॉर्ज लारिया ने कहा कि तकनीक के सदुपयोग से पर्यावरण और कल्याण के कार्यों का संचालन करने की दिशा में नए विचार सामने आएंगे। एक पृथ्वी और एक परिवार का सूत्र हमारे भविष्य को सुरक्षित रखने का माध्यम है।
भारत सरकार के जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि स्मार्ट और क्लीन सिटी भोपाल देखकर प्रसन्नता हुई। जी-20 में भारत की अध्यक्षता महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
इण्डोनेशिया के उप मंत्री डॉ. स्लैमेट सोएडरसोनो ने कहा कि मूलभूत चुनौतियों से निपटते हुए विकास की प्राप्ति के लिए मिल कर कदम बढ़ाने होंगे।
प्रारंभ में मध्य प्रदेश नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाल कर विकास के लिए अग्रसर बनाया। आज सर्व समावेशी विकास के लिए जिस मॉडल की आवश्यकता है, वो पर्यावरण सम्मत जीवनशैली से संभव है। शहरीकरण को समाज से जोड़ने, समुदाय की भागीदारी के साथ ग्रामों और नगरों के गौरव दिवस मनाने के कार्य मध्य प्रदेश में हो रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की डॉ. इंद्राणी ने आभार व्यक्त किया।