नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने दोस्त की उपस्थिति को “बहुत” याद किया।
बता दे कि जन सेवा और दलितों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “आज मेरे मित्र स्वर्गीय रामविलास पासवान जी की जयंती है। मुझे उनकी उपस्थिति की बहुत याद आती है। वह भारत के सबसे अनुभवी सांसदों और प्रशासकों में से एक थे। सार्वजनिक सेवा और दलितों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।”
5 जुलाई 1946 को जन्मे बिहार की राजनीति के भारी नेता रामविलास पासवान ने 8 अक्टूबर, 2020 को 74 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।
उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री के रूप में कार्य किया।
वह पिछली एनडीए सरकार में मंत्री भी थे। इस बीच, पासवान की विरासत की लड़ाई उनके बेटे चिराग और चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच एक संघर्ष के साथ खेली जा रही है, जिन्हें पार्टी के छह सांसदों में से पांच ने लोकसभा में लोजपा के नेता के रूप में चुना था।