घटना जिला मुरादाबाद की है। कुंदरकी थाना क्षेत्र के हुसैनपुर गांव की रहने वाली शशिबाला (20) अपने मामा की बेटी की शादी में पापा के साथ ननिहाल भैंसिया आयी थी। हादसा गुरुवार को हुआ। शाम को कुआं पूजन कार्यक्रम में शशिबाला पूरे परिवार के साथ मुरादाबाद-लखनऊ रेल लाइन के दूसरे तरफ गई थी।
भतीजे आरव के ऊपर लेट गयी शशिबाला
कुआं पूजन कार्यक्रम से लौटते समय शशिबाला के ममेरे भाई आनंद प्रकाश के तीन साल के बेटे आरव का पैर पुल पर रेलवे लाइन में फंस गया। इसी दौरान उसे ट्रेन का हॉर्न सुनाई दिखाई। उसने देखा कि एक तेज रफ्तार ट्रेन आ रही है। शशिबाला ने बच्चे का पैर निकालने की काफी कोशिश की। उसे इसमें सफलता नहीं मिली।
शशिबाला ने देखा कि ट्रेन काफी पास आ गई है। वह बच्चे को निकाल नहीं पा रही है, तो उसने खतरनाक फैसला लिया। बच्चे को ट्रैक पर लिटाकर वह उसके ऊपर लेट गई। ट्रेन उन दोनों के ऊपर से गुजर गई। इस घटना को देख वहां मौजूद महिलाओं के होश उड़ गए। घटना के बाद महिलाओं ने ट्रैक पर जाकर देखा तो शशिबाला के चार टुकड़े हो गए थे। हालांकि, बच्चा सुरक्षित था। घटना से शादी वाले घर में कोहराम मच गया। कटघर थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद युवती के शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
पिता का एकमात्र सहारा थी शशिबाला
बेटी की मौत के बाद से पिता की स्थिति खराब है। मेवालान ने कहा कि उनकी पत्नी आशा की मौत 12 साल पहले बीमारी के कारण हो गई थी। उस समय शशिबाला 8 साल की थी। रिश्तेदारों ने उन पर शादी करने का दबाव बनाया, लेकिन बेटी का चेहरा देखकर उन्होंने दूसरी शादी नहीं की। उन्होंने कहा कि शशिबाला मेरी इकलौती सहारा थी। जल्द ही वे उसकी शादी करने वाले थे। इसके लिए रिश्ता भी देखना शुरू कर दिया था। वहीं, इस घटना में आरव को हल्की चोट आई है। पुलिस ने बताया कि उसके चेहरे पर पत्थर लगा है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उसका इलाज चल रहा है।