Giridih : रैगिंग के नाम पर जूनियर छात्रों की पिटाई की बातें वायरल होने के बाद स्कूल का माहौल गरमा गया। गांव के प्रमुख और उप प्रमुख के साथ कई छात्रों के घरवाले स्कूल पहुंचे। हाई लेवल मीटिंग के बाद स्कूल के तीन छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, कई सीनियर छात्रों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। उन्हें चेताया गया है कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा होने पर उन्हें स्कूल से निष्काषित कर दिया जायेगा। दोषी पाये गये छात्रों के परिजनों को एक सप्ताह के अंदर शपथ पत्र जमा करने का निर्देश भी दिया गया है। इल्जाम है कि पिटाई से कई छात्र बेहोश हो गये थे। कईयों को गहरी चोटें लगी है। यह घटना गिरिडीह के गांडेय स्थित जवाहर नवोदय स्कूल से उछलकर सामने आई है। खबर है कि बिरनी प्रखंड के प्रमुख रामू बैठा और उप प्रमुख शेखर सुमन के साथ छात्रों के घरवाले स्कूल पहुंचे थे। शुरू में इस घटना को दबाने की भरपूर कोशिश हुई।
घटना के संबंध में बिरनी प्रखंड के उप प्रमुख शेखर सुमन ने मीडिया को बताया कि 11वीं कक्षा के 17 छात्रों ने मिलकर 10वीं और 9वीं क्लास के छात्रों के साथ रैगिंग किया। वहीं, रैगिंग के नाम पर डंडों से उनकी पिटाई कर दी। पिटाई से चार छात्र बेहोश हो गये थे, वहीं कई चोटिल हो गये। इतनी बड़ी घटना के बाद भी विद्यालय प्रबंधन मामले को दबाने में जुटा हुआ था। उन्होंने बताया कि बिरनी के रहने वाले एक छात्र ने हिम्मत कर अपने परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद यह मामला बगोदर विधायक विनोद सिंह के संज्ञान में आया। उप प्रमुख ने बताया कि विधायक के निर्देश पर ये लोग रविवार को विद्यालय पहुंचे। जहां प्रिंसिपल उपेंद्र नाथ चौबे की उपस्थिति में बैठक हुई और रैगिंग के नाम पर पिटाई की बात सच पाई गयी। उन्होंने कहा कि बैठक में रैगिंग करने वाले 11वीं के छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार की है। छात्रों के अभिभावकों की मौजूदगी में मामले का निपटारा किया गया है। स्कूल में बच्चों को सुरक्षा का माहौल नहीं मिल पा रहा है।
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