बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने 15 साल के नाबालिग स्कूली छात्र के अपहरण का मंगलवार की देर रात खुलासा किया ।इस मामले में नाबालिग सहित सात लोगों को पकड़ा गया है। पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक के साथ रात 10:30 बजे प्रेस वार्ता ली।
तखतपुर ब्लॉक क्षेत्र में रहने वाले शशि कांत पांडे पिता दामोदर पांडे ने तखतपुर थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके नाबालिग पुत्र हिमालया पांडे उम्र 15 साल का है जो पाठक पारा प्राइवेट कोचिंग क्लास में कक्षा 9वी का कोचिंग करता है। प्रतिदिन की भांति 26 अक्टूबर को प्रातः ट्यूशन के लिए रवाना हुआ था। हिमालया पांडे ट्यूशन से प्रतिदिन 11:30 बजे वापस घर लौट आ जाता था। शाम करीबन 4 बजे तक घर वापस नहीं आया ।इसी दौरान प्रार्थी के मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जो प्रार्थी से बोला कि उसका नाबालिग पुत्र उसके कब्जे में है। जिसके एवज में अगर वह 10 लाख रुपये नहीं देगा तो पुत्र को जान से मार देने की धमकी दी। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 364 क आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
तखतपुर शहर में अपहरण की सूचना मिलते ही प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दीपक झा ने तत्काल अपने मातहत अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर अपहृत बालक की सकुशल बरामदगी एवं अपहरण में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु टीम गठित करने का आदेश दिया।
गठित टीम द्वारा अपहृत बालक के घर से निकलने से लेकर ट्यूशन जाने वाले रास्तों के मध्य पाए जाने वाले 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की चेकिंग की गई। जबकि दूसरे टीम के द्वारा अपहृत बालक के नजदीकी रिश्तेदार एवम दोस्तों के संबंध में जानकारी जुटाई गई । तखतपुर पुलिस की टीम के निरीक्षक मोहन भारद्वाज के द्वारा लगातार फिरौती के लिए आ रहे कॉल के संबंध में अपहृत बालक के परिवार को साहस देते हुए उनके साथ पूरे समय रहकर उनसे प्राप्त जानकारी को अन्य टीमों को भेजते रहें ।इस बीच साइबर सेल एवं संयुक्त टीम को दो आरोपियों के संबंध में पुख्ता जानकारी मिली जिस के संबंध में तकनीकी जानकारी जुटाई गई और संयुक्त टीम के द्वारा सेमर सेल गांव पहुंचकर दबिश देकर दो आरोपितों को मौके पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। दोनों आरोपितों से कड़ाई से पूछताछ किया गया। दोनों आरोपितों की निशानदेही पर संयुक्त टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर दबिश देकर अपह्रत बालक को सकुशल बरामद किया गया एवं घेराबंदी कर गिरफ्तारी की गई । फिरौती की रकम के लिए उपयोग किया गया सिम एवं मोबाइल मोटरसाइकिल एवं चाकू सहित अन्य सामान बरामद किया गया। 3 अपहर्ता बच्चे के मूल गांव के ही हैं जिन्हें जानकारी थी कि बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी हैं। युवक इतने शातिर थे कि उन्होंने पुलिस से बचने के लिए कांफ्रेस काल से फिरौती की मांग की थी। इस अपहरण मामले में मुंगेली के राममंगल यादव, कुदुदंड बिलासपुर के सुरेंद्र रजक, बिलासपुर के घनश्याम यादव, मुंगेली के जगदीश पटेल, बिलासपुर के कान्हा शर्मा, मुंगेली के सोमराज पटेल और एक अन्य अपचारी बालक शामिल है।