Palamu : कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के छह गुर्गों को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन्हें मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी से दबोचा गया है। धराये बदमाशों में तीन बिहार, दो गढ़वा और एक पलामू के रहने वाले हैं। ये लोग मिलकर क्रशर कारोबारियों को डरा-हड़का कर रंगदारी वसूलने की प्लानिंग कर रहे थे। धराये बदमाशों के पास से पुलिस ने दो लोडेड पिस्टल, खाली मैगजीन, गोलियां और 10 हजार रुपये कैश जब्त किये हैं। इस बात का खुलासा आज पलामू पुलिस कप्तान रिष्मा रमेशन ने किया।
SP ने मीडिया को बताया कि उन्हें इंफॉर्मेशन मिली थी कि हाउसिंग कॉलोनी में केके मेमोरियल स्कूल के पास एक अंडर कंसट्रक्शन बिल्डिंग में कुछ लोग पनाह लिये हुए हैं। उनकी हरकतें संदिग्ध लग रही है। लगता है किसी संगीन वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। मिले इंफॉर्मेशन पर शहर थानेदार इंस्पेक्टर देवव्रत पोद्दार की देखरेख में गठित टीम ने बताये गये ठिकाने पर रेड मारी और छह के छह बदमाशों को धर दबोचा।
गिरफ्तार अपराधियों में बिहार के औरंगाबाद का प्रिंस कुमार (25), गया का अमित कुमार शर्मा उर्फ सोनू (26), सौरभ सिंह (24), गढ़वा का अमित चौधरी उर्फ ऋतिक, धर्मेंद्र कुमार पांडेय उर्फ बबलू पांडेय (37) और मेदिनीनगर के पोखराहा खुर्द के समीर अंसारी उर्फ नसरू (33) शामिल हैं। पूछताछ में सामने आया कि बबलू पांडेय ने पहले पलामू सेंट्रल जेल में बम फेंका था, जबकि अमित चौधरी फेसबुक के जरिये कुख्यात सुजीत सिन्हा से जुड़ा। गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया कि सुजीत सिन्हा गैंग ने बिहार के औरंगाबाद के अम्बा में भारत माला प्रोजेक्ट में रंगदारी के लिए फायरिंग की थी। पिछले कुछ महीनों से गैंग के सदस्य जिले के क्रशर व्यवसायियों को फोन और मैसेज के जरिए धमकी दे रहे थे। चैनपुर के एक क्रशर व्यवसायी से रंगदारी मांगने के मामले की तफ्तीश ATS कर रही है।
इसे भी पढ़ें : मोस्ट वांटेड राहुल तुरी एनकाउंटर : गले में लगी गो’ली सिर छेद हो गयी पार