लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड के दौरान दिवंगत 51 पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि की चेक भेंट की। इन सभी पत्रकारों का कोविड के दौरान कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने पत्रकारों के लिए सस्ते दामों पर आवास योजना शुरू करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर पत्रकारों को कार्य करते हुए हमने देखा है। पत्रकारों ने कोरोन के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य किया, वहीं खामियों से शासन को अवगत कराने का भी कार्य किया। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कोरोना के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ी। उप्र में पत्रकारों को के लिए राज्य सरकार ने टीकाकरण में वरियता देते हुए अलग से व्यवस्था की गयी। बावजदू इसके 103 पत्रकारों की जिंदगी कोरोना ने छीन ली। 51 पत्रकारों के परिजनों को यह सहायता राशि भेंट की जा रही है। यह बहुत छोटी राशि है। यह संबल के रूप में है। 50 पत्रकारों के परिजनों को यह सहायता राशि पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि ‘प्रत्येक जनपद में पत्रकारों को आवास के लिए सस्ते दरों पर सरकार आवास देने का काम करेगी। गोरखपुर में सरकार ने इस योजना को बतौर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू कर दिया है। सफल रही तो आगे इसे प्रत्येक जनपदों में सरकार लागू करेगी।
इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल, विजय त्रिपाठी, नदीम, सुनीता एरन, के. विक्रम राव, रामेश्वर पाण्डेय, सुरेश बहादुर सिंह, ज्ञानेन्द्र शुक्ल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।