Khunti : खूंटी में मार्च महीने से जल संकट गहराने लगा है। शहर के दर्जनों चापाकल से पानी आना बंद हो गया है, और तजना वीयर की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। तजना वीयर से शहर के करीब 4,222 घरों में पाइपलाइन के जरिए पेयजल की सप्लाई की जाती है, लेकिन वर्तमान में वीयर में मात्र तीन फीट से भी कम पानी बचा है। इसे देखते हुए नगर पंचायत ने पानी की राशनिंग शुरू कर दी है।

एक टाइम हो रही पानी की सप्लाई
नगर पंचायत की ओर से अब केवल एक बार सुबह के समय एक घंटे के लिए पानी की सप्लाई की जा रही है। इससे स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में पेयजल की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
जलापूर्ति ठप होने का खतरा
तजना वीयर के पंप ऑपरेटर के अनुसार, अगर बारिश नहीं हुई तो अगले 5-6 दिनों में जलापूर्ति ठप हो सकती है। वर्तमान में वीयर का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है, और महज ढाई फीट पानी बचा है। बारिश होने पर जलापूर्ति की स्थिति में सुधार हो सकता है। पिछले साल अप्रैल के पहले सप्ताह तक वीयर से पानी की सप्लाई हुई थी, लेकिन इस साल मार्च में ही वीयर सूखने के कगार पर है।
अप्रैल में जल संकट की आशंका
अप्रैल में पेयजल के लिए शहर में हाहाकार मच सकता है। शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पानी की आवश्यकता दोगुनी हो गई है, लेकिन 60 करोड़ की योजना में पानी की उपलब्धता के लिए वीयर या डैम निर्माण का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। नतीजतन, तजना वीयर का अत्यधिक दोहन हो रहा है, जिससे पानी की कमी हो रही है।
जल संकट से निपटने की तैयारी
नगर पंचायत की प्रशासक सृष्टि दिप्रिया मिंज ने कहा कि पेयजल संकट से निपटने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि यदि समस्या बढ़ती है, तो टैंकर से जलापूर्ति शुरू की जाएगी। पंचायत के पास छह टैंकर हैं, और जरूरत पड़ने पर किराए पर टैंकर लेकर पानी की आपूर्ति की जाएगी।
प्रशासक ने आम लोगों से अपील की है कि सुबह जलापूर्ति होने पर जल सहेज कर रखें। शहर में करीब 376 चापाकल हैं, जिनमें से लगभग 250 चालू हैं, और छह डीप बोरिंग भी हैं, जिनसे टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जा सकती है।