यूपी के कानपुर में नौकरी के नाम पर ठगी के शिकार हुए युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या. युवक ने कर्ज लेकर अपनी नौकरी के लिए 9 लाख रुपये की रकम का इंतजाम किया था. वहीं, उधार देने वालों ने पैसा वापस न करने पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था, जिससे युवक परेशान होकर सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली.
दो पन्ने के सुसाइड नोट में युवक ने एक गाने की लाइनों से शुरुआत करते हुए लिखा ‘यह रातें, यह मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा’ जिसके बाद उसने लिखा कि राज किशोर ने नौकरी के नाम पर उनसे साढ़े तीन लाख रुपये लिए. उसकी पत्नी माया ने भी बातों में फंसाकर तीन लाख और ले लिए.’ उसने आगे लिखा, ‘उनके चेले अरविंद ने कल्याण विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर ढाई लाख रुपये ले लिए. प्रिय मित्र सूरज गंगवार, जिसके भैया और भाभी पुलिस में हैं. उनसे पांच लाख उधार लिए थे. उधार न दे पाने पर उन्होंने पुलिस का खौफ दिखाकर पूरे परिवार को प्रताड़ित किया. कार भी छीनकर ले गए. उन्होंने राजकिशोर, माया, अरविंद, बाराबंकी के लोकेश और मजहर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.’
मृतक यतीन्द्र तिवारी कल्याणपुर के सत्यम विहार में किराए के मकान में रहता था. वह गुटखा सिगरेट की दुकान से परिवार का गुजारा कर रहा था. तकरीबन एक सप्ताह पहले पत्नी मायके चली गई थी. दो दिन से दरवाजा नहीं खुलने पर मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी.
वहीं, यतीन्द्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अभी मौत का कोई स्पष्ट कारण साफ नहीं हुआ है. पुलिस का कहना है कि वेस्ट कानपूर के डीसीपी संजीव त्यागी ने बताया कि पुलिस को एक लड़के की संदिग्ध अवस्था में शव मिला था. शव के पास सुसाइड नोट भी मिला है. उसका पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है. परिजन जो भी तहरीर देंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जायेगी. लेकिन चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी परिजनों ने किसी के खिलाफ अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है.