नई दिल्ली। पूर्व सांसद मेदे गौड़ा का शनिवार को मांड्या अस्पताल में निधन हो गया. वे 93 साल के थे. गौड़ा उम्र संबंधी बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे. मेदे के दो बेटे और दो बेटियां हैं.
उन्होंने मैसूर के महाराजा कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. महात्मा गांधी से प्रेरित होकर, गौड़ा ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और 1942 और 1947 के बीच विभिन्न समय के लिए जेल गए.
स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भागीदारी ने उनके राजनीतिक जीवन की नींव रखी. वे 1962 और 1989 के बीच किरुगावलु विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे और नौवीं और 10वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने गौड़ा के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने शोक संदेश में कहा कि गौड़ा ने गांधी की शिक्षाओं को आत्मसात किया और वे कावेरी नदी के आंदोलन में सबसे आगे थे.