नई दिल्ली। जम्मू व कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की कमान संभालने के संकेत दिए हैं। मंगलवार को इंडियन वुमेन प्रेस कॉर्प में आयोजित प्रेस वार्ता में इल्जिता ने कहा कि राजनीति में कोई खास रुचि नहीं है लेकिन इस पार्टी को बड़ा करने में मेरी मां और मेरे नाना ने खून पसीना बहाया है। इसलिए पार्टी के हित में जो कुछ भी होगा वो करेंगी।
पीएसए के तहत महबूबा मुफ्ती को हिरासत में रखे जाने के सवाल पर इल्तिजा ने कहा कि यह सिर्फ मेरी मां का मामला नहीं है बल्कि पूरे कश्मीर का मामला है। कश्मीर में हालात सामान्य नहीं है, जैसा दिखाया जा रहा है। अनुछेद 370 हटने के बाद से ही यानि सात महीने से कश्मीर पूरी तरह से ठप है। वहां के व्यापार की कमर टूटी हुई है, लेकिन कोई अपनी आवाज नहीं खोल सकता। सात महीने से इंटरनेट सेवा बहाल नहीं हुई है ऐसे में इंटरनेशनल कोर्ट नहीं जाए तो कहां जाएं?
महबूबा मुफ्ती को हिरासत से छुड़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मां को हिरासत से छुड़ाने के लिए वे कानूनी राय ले रही हैं इसलिए वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें देश के न्यायिक प्रणाली पर ज्यादा भरोसा नहीं है, अगर जरूरत पड़ेगी को इंटरनेशनल कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगी।
ब्रिटेन से विदेशी दल पहुंचने व उनकी रिपोर्ट पर इल्तिजा ने सवाल करते हुए कहा कि सबकुछ केन्द्र सरकार का दिखावा है। सरकार ने उन लोगों से मिलवाया जो इनकी जुबान बोलते हैं, आम कश्मीरी लोगों की आवाज तो वहां दबा रखी है। केन्द्र सरकार 500 करोड़ इंटरनेट सेवा पर खर्च करने की बात कर रही है लेकिन वहां इंटनेट सेवा बहाल नहीं है। लोग ट्वीट नहीं कर सकते लेकिन अब मैं कश्मीर जाउंगी और वहां ट्वीट करुंगी और वहां के लोगों की आवाज बनूंगी।