एसीबी ने जम्मू-कश्मीर बैंक की कुछ नियुक्तियों में गड़बड़ी की शिकायत पर जून में केस दर्ज किया
नोटिस के मुताबिक, जांच में भाजपा-पीडीपी सरकार के मंत्रियों के कहने पर भर्तियों का पता चला है
महबूबा ने कहा- नोटिस से हैरानी नहीं, मुख्यधारा के नेताओं को एकजुट करने से रोकने की कोशिश
श्रीनगर. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों से जुड़े मामले में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को नोटिस भेजा है। इसमें उनसे पूछा गया है कि क्या आपने कभी मौखिक या लिखित तौर पर अपने मंत्रियों को बैंक में नियुक्तियों के लिए सिफारिश करने को कहा था। आरोप है कि राज्य में भाजपा-पीडीपी की सरकार के दौरान बैंक के चेयरमैन ने मंत्रियों के कहने पर कई भर्तियां की थीं।
महबूबा ने नोटिस को ट्विटर पर शेयर किया
एसीबी ने यह नोटिस पीडीपी प्रमुख महबूबा को शनिवार को भेजा था। उन्होंने इसे ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा- ”एंटी करप्शन ब्यूरो के नोटिस से हैरान नहीं हूं। मुख्यधारा के नेताओं को एकजुट करने के कोशिशों को विफल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मैं बहुत छोटी इकाई हूं जो आज हमें एकजुट करती है। ऐसी कोई रणनीति काम नहीं करेगी।”
नोटिस के मुताबिक, एसीबी ने जून महीने में भर्तियों में गड़बड़ी को लेकर केस दर्ज किया था। इसकी जांच में सामने आया है कि कुछ मंत्रियों की सिफारिश पर बैंक में नियुक्तियां की गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री से इस मामले में सफाई मांगी गई है।
महबूबा ने मौजूदा हालात पर सभी दलों के साथ चर्चा की
जम्मू-कश्मीर में 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती के फैसले के बाद राज्य में धारा 35ए को खत्म करने की अटकलें जोरों पर हैं। इसे लेकर महबूबा सीधे तौर पर केंद्र सरकार को चुनौती दे चुकी हैं। उन्होंने अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी छोड़ने की एडवाइजरी और एलओसी पर घुसपैठ को लेकर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला भी राज्यपाल से मिल चुके हैं।