पुरी। कोरोना के दौर में आपने लोगों को क्वारंटीन होते देखा होगा।
लेकिन क्या आपने कभी भगवान को क्वारंटीन होते देखा है?
दरअसल, उदयपुर में ज्येष्ठ शुक्ल की पूर्णिमा के अवसर पर हुए पंचामृत स्नान से भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ गए हैं।
जिसके चलते भगवान ने खुद को 15 दिन के लिए क्वारंटीन कर लिया है।
इसका मतलब यह है कि भगवान 15 दिनों तक भक्तों से दूरी बनाए रहेंगे और उन्हें दर्शन नही देंगे।
असल में जगन्नाथ पुरी धाम की परंपरा के अनुसार भगवान को पूर्णिमा पर पानी के 108 घड़ों से स्नान कराया जाता हैं
जिससे भगवान बीमार पड़ जाते हैं और एकांत वास में चले जाते हैं।
यह एक पौराणिक मान्यता है कि पूर्णिमा को अत्यधिक स्नान से भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ जाते हैं, फिर उन्हे औषधीय गुणों युक्त काढ़े का भोग लगाया जाता है।
इस दौरान पुजारी भगवान की खूब सेवा करते हैं।
15 दिन बाद भगवान स्वास्थ होकर आषाढ़ शुक्ल एकम को नव यौवन में दर्शन देते हैं।