पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया. ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के गरीब ब्राह्मण पुजारियों को प्रति महीने एक हजार रुपये और मुफ्त आवास उपलब्ध कराएगी. ब्राह्मणों के लिए यह ऐलान उस घोषणा के 8 महीने बाद हुआ है जिसमें ममता सरकार ने प्रदेश के इमामों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की थी.
ममता बनर्जी ने कहा, सनातन धर्म के हमारे ब्राह्मण पुजारी जो मंदिरों में पूजा-पाठ कराते हैं उन्हें वर्षों से कोई सहायता नहीं मिली है. इनमें एक धड़ा वास्तव में काफी गरीब है और उन्होंने पूर्व में मुझ से अपील की थी. इसलिए हमने फैसला किया है कि उन्हें हर महीने 1 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. ममता बनर्जी ने प्रदेश सचिवालय में इसका ऐलान किया.
ममता बनर्जी ने कहा, हमारे पास ऐसे 8 हजार लोगों की लिस्ट है. बंगला आवास योजना के तहत हम ऐसे लोगों के मकान निर्माण में भी मदद करेंगे. मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले महीने दुर्गा पूजा पर ब्राह्मणों के लिए यह सुविधा सुनिश्चित कराई जाए. उन्होंने कहा, इसे किसी दूसरे रूप में न देखा जाए. हम हर धर्म के लोगों की मदद करना चाहते हैं. ममता बनर्जी ने यह भी साफ किया कि वक्फ बोर्ड ने प्रदेश के इमामों को आर्थिक सहायता दी थी क्योंकि समाज में उनका भी बड़ा रोल है.
बता दें, 2012 में टीएमसी की सरकार बनते ही ममता बनर्जी ने ऐलान किया था कि प्रदेश के इमामों को 2500 रुपये और मुअज्जिन को 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. विपक्षी दलों ने ममता के इस ऐलान का घोर विरोध किया था, खासकर बीजेपी ने इसका कड़ा विरोध जताया था. बीजेपी का आरोप था कि ममता बनर्जी मुस्लिम समुदाय के तुष्टिकरण का काम कर रही हैं.
सोमवार को इस पर स्पष्टीकरण देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वक्फ बोर्ड इमामों को राशि देता है. कई लोग पूछते हैं कि वक्फ बोर्ड यह राशि क्यों देता है. वक्फ बोर्ड अपने विकास फंड का उपयोग विकास के लिए करता है, ये उनका फर्ज है लेकिन हिंदुओं का ऐसा कोई बोर्ड नहीं है.