मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में उपमुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान मच गया है। पार्टी ने जब से प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को मंत्री बनाए जाने का निर्देश दिया है, तब से अजीत पवार ‘नॉट रीचेबल’ हो गए हैं। अजीत पवार के निवास पर अजीत समर्थक जमे हुए हैं और अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि राकांपा सूत्रों ने बताया कि अजीत पवार सांसद सुप्रिया सुले के संपर्क में है और 5 बजे शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचने वाले हैं।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने बताया कि उपमुख्यमंत्री पद राकांपा के हिस्से में गया है, इसलिए इस पद पर किसका चुनाव करना है, यह शरद पवार तय करेंगे। राऊत ने बताया कि यह कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है। शरद पवार इसका निदान कर लेंगे। पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने बताया कि अभी तक पार्टी की बैठक में उपमुख्यमंत्री पद किसे दिया जाए,यह तय नहीं हुआ है, इसलिए इस तरह की चर्चा निरर्थक है।
उल्लेखनीय है कि अजीत पवार ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने व खुद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसे लेकर महाविकास आघाड़ी का एक धड़ा अजीत पवार को मंत्री पद देने का विरोध कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पार्टी में अशोक चव्हाण को मंत्री पद दिए जाने पर विरोध का स्वर उभरने लगा है। इसी प्रकार पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध राकांपा कर रही है। सूत्रों ने बताया कि इस बाबत शपथ ग्रहण से पहले निर्णय लिया जा सकता है। इसका कारण अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री न बनाए जाने से राकांपा विधायक नाराज हो सकते हैं। इस नाराजगी को टालने के लिए राकांपा अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री बना सकती है।