2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी को हराकर बीजेपी के योगी आदित्यनाथ सफल हुए थे। सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव में कई बार जुबानी जंग हुई। एक बार तो अखिलेश ने ये भी कह दिया था कि अगली बार सीएम बनूंगा तो योगी के कमरे की तब तक जांच कराऊंगा जब तक वहां से चिलम नहीं मिल जाती।
2017 में अखिलेश यादव ने जब सरकारी बंगला खाली किया था तब बीजेपी की तरफ से आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने घर छोड़ते समय वहां काफी तोड़फोड़ की। ये भी कहा गया कि टोंटियां तक निकाल ली गई हैं। फर्श की टाइलें उखड़ी हुई थीँ। दीवारों में तोड़फोड़। हर कमरे में तोड़फोड़ के निशान। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद बीजेपी ने आरोप लगाया था कि अखिलेश ने अपनी विलासितापूर्ण जिंदगी के सबूत छिपाने के लिए ये सब किया है।
अखिलेश यादव ने जवाबी हमला करते हुए कहा था कि, ‘अखबार लिख रहे हैं कि हम टोंटी ले गए। बीजेपी सरकार को जो टोंटी चाहिए मैं भिजवाने को तैयार हूं। अभी दो दिन सैफई में हूं, दो दिन बाद लखनऊ जाऊंगा, बताकर जाऊंगा। जो टोंटी अच्छी होगी दे दूंगा।’
2019 में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके घर से निकलने पर गंगा जल से घर धुलवाया था। मैं जब सीएम बनूंगा तो टैंकर से गंगाजल छिड़कवाऊंगा। अखिलेश यहीं नहीं रुके। उन्होंने यह भी कहा था कि- बाबा मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमने घर से टोंटी निकाल लिया है। हमने भी कह दिया है कि जब अगली बार मुख्यमंत्री बनूंगा तो वही अधिकारी तुम्हारे घर जाएंगे और तब तक खोजेंगे जब तक चिलम ना मिल जाए।