रांची। कोरोना महामारी ने सभी को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया है। झारखंड की अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबॉलर संगीता कुमारी कोरोना संक्रमण काल में एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करने को विवश है।
भारतीय टीम की तरफ से भूटान और थाईलैंड में बतौर स्ट्राइकर खेल चुकी संगीता कुमारी के ईंट भट्टा पर मजदूरी करने की खबर मीडिया में आने के बाद केंद्रीय खेल राज्यमंत्री किरिण रिजिजू ने मामले में संज्ञान लिया और उन्हें वित्तीय सहायता पहुंचाने का वादा किया।
किरिण रिजिजू ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा कि उन्हें फुटबॉलर संगीता सोरेन के बारे में जानकारी दी गयी थी। इन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इस महामारी में संगीता सोरेन वित्तीय संकट से जूझ रही हैं।
किरिण रिजिजू ने लिखा कि उनके कार्यालय ने उनसे संपर्क स्थापित किया है और उनको जल्दी ही वित्तीय सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एथलीटों का सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना केंद्र सरकार प्राथमिकता है।
धनबाद की रहने वाली हैं संगीता
अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर संगीता सोरेन धनबाद के भूली बासमुड़ी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने साल 2018 में पहले भूटान में भारतीय अंडर-18 टीम का प्रतिनिधित्व किया और फिर इसी साल थाईलैंड में आयोजित अंडर-19 फुटबॉल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया। भूटान में बतौर स्ट्राइकर गोल भी दागा।
संगीता बताती हैं कि उनका भाई दिहाड़ी मजदूरी करके घर चलाता था लेकिन महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन में काम मिलना बंद हो गया। परिवार आर्थिक संकट से जूझने लगा। ऐसे में मजबूरन ईंट भट्टे में मजदूरी करनी पड़ रही है।