खूँटी (स्वदेश टुडे)। जिले में एक ऐसा भी मामला सामने आया जहां जन वितरण की दुकानदार के साथ जनसैलाब भी खड़ा हुआ। आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ जहाँ कोई जन वितरण के दुकानदार के साथ कोई भी जनता उसके साथ स्वर में स्वर मिलाता हो।
लेकिन आज तोरपा प्रखंड क्षेत्र के सुन्दारी के उरलूटोली गांव के जनवितरण की दुकान में लोगों ने एक स्वर में दुकानदार के साथ बैठक की। और स्थिति को समझते हुए एक मत हो गए। ऐसी स्थिति आने का कारण विभाग द्वारा यह कहकर उनके राशन काट लिये गए। कि आपके पास बाँटने के लिए राशन अतिरिक्त पड़ा हुआ है। ऑनलाइन स्थिति पर प्रोपराइटर के पास अनाज रहने का आंकड़ा दिखाई दिया। इसलिए उसके 16 क्विंटल चावल कम दिया गया। यह मामला सर्वर डाउन के कारण ऐसा हुआ। जिसके कारण अब लाभुकों को भी अब राशन कम लेना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति तब पैदा हुआ जब सर्वर डाउन के कारण प्रोपराइटर जयन्त प्रधान ने आपात स्थिति में लोगों को ऑफलाइन राशन दे डाला। जो कि उसका हिसाब ऑनलाइन नहीं दिखला रहा है। और आज चार गाँवों के सौ से अधिक लोग एक साथ उपस्थित होकर मामला को समझा। जिसमें उरलूटोली के अलावे बिशुनपुर, गुड़गुड़ चुआँ, नऊआटोली के सैकड़ों ग्रामीणों ने राशन दुकान के सामने जमा हुए। और इस दौरान लोगों ने बतलाया कि प्रत्येक माह उन्हें राशन मिलता आ रहा है। लेकिन सर्वर डाउन के कारण उन्हें राशन ऑफलाइन मिला है। लाभुकों ने कहा कि राशन कम मिला है तो राशन काटकर कम ही दें। लेकिन आवश्यकता पड़ी तो डीएसओ के पास भी फरियाद लेकर जाएंगे। कि आखिर वो हमारा हक को क्यों नहीं देगी। इस मामले पर बात तब एकमत हुए जब बाकि बचा राशन 16 क्विंटल विभाग द्वारा दुकान के लिए उपलब्ध कराए। और सभी लाभुकों को मिल जाय। प्रोपराइटर जयन्त प्रधान ने बताया कि उपायुक्त और डीएसओ के आदेश पर ही आपात स्थिति पर ऑफलाइन राशन बाँटने का आदेश भी दिया गया था। और सर्वर डाउन के कारण थम्ब प्रेषण के लिए इधर उधर जाना पड़ता था। और अब एनआईसी पर वर्तमान में राशन उठाव और वितरण करने के हिसाब में मेल नहीं हो रहा है। जिसके कारण प्रोपराइटर के पास अधिक अनाज होने का अंकेक्षण दिखाई देने लगा है। इस मामले पर डीएसओ रंजिता टोप्पो को इसकी जानकारी दिए जाने पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ हो तो ऑनलाइन साइट पर जाकर अपवाद ब्लॉग में अपना विषय पुटअप कर दें। फिर आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
इस बैठक में समाजसेवी प्रभुदान थेनूस तोपनो, बीएलओ सुखराम पाण्डु , ग्राम प्रधान, समेत चार गाँव के लाभुक परिवार के सदस्य उपस्थित थे।