नई दिल्ली। लगातार बारिश से अमरनाथ में बादल फट गया है. बादल फटने से अचानक सिंध नदी का जलस्तर बढ़ गया है. बादल फटने के बाद SDRF की एक और टीम को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है. हालांकि वहां पर पहले से ही SDRF की 2 टीमें मौजूद है. हालांकि हादसे में किसी के मारे जाने की कोई खबर नहीं है.
कंगन के एसडीपीओ ने बताया कि पवित्र अमरनाथ गुफा में लगातार बारिश और बादल फटने की सूचना के मद्देनजर गंड और कंगन के क्षेत्रों में आम जनता से सिंध नदी से दूर रहने का अनुरोध किया गया है, क्योंकि पानी के प्रवाह में अचानक वृद्धि हो सकती है. SDRF की एक और टीम को गांदेरबल से घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है.
अमरनाथ में बादल फटने की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से घटना पर हालात की जानकारी ली है.
इस बीच जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के होंजोर दच्छन इलाके में बादल फटने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है. अब तक 7 शव बरामद किए गए हैं जबकि 17 घायलों को बचा लिया गया. पहले लगातार बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन रोक देना पड़ा था. लेकिन अब किश्तवाड़ पुलिस की रेस्क्यू टीम बचाव अभियान में जुटी हुई है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
#WATCH Cloudburst hits near the Amarnath cave in Jammu and Kashmir; No loss of life reported
Two SDRF teams are present at the cave; One additional team of SDRF deputed from Ganderbal
(Video source: Disaster Management Authority, J&K) pic.twitter.com/UgtOOoGAZG
— ANI (@ANI) July 28, 2021
जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा कि आधी रात्रि के दौरान होंजार दच्छन क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई, जिसमें 19 आवासीय घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 2 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए. 21 गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है.
सूचना के तुरंत बाद पुलिस की एक टीम एसएचओ होंजोर की अगुवाई में हरकत में आई, जिन्होंने बचाव अभियान शुरू किया. इसके बाद सेना की एक टुकड़ी और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं. पुलिस ने बताया कि 7 शवों को निकाल लिया गया है और 17 घायलों को बचा लिया गया है. 6 घायलों को जिला अस्पताल किश्तवाड़ में स्थानांतरित कर दिया गया है.