रामगढ़। जिले के कोयला उत्खनन क्षेत्र में कोयला तस्करों के द्वारा अक्सर सीसीएल के सुरक्षाकर्मियों को अपना शिकार बनाया जा रहा है। इसकी मुख्य वजह कोयला तस्करों का बढ़ता मनोबल है।आए दिन कोयला चोर, अपराधी इन पर हमला बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को सीसीएल करमा कोयला डिपो में कोयला स्टॉक से 40-50 की संख्या में कोयला चोरी करने पहुंचे ग्रामीण सुरक्षा कर्मी से ही उलझ गए। जिसकी तत्काल सूचना डिपो में सुरक्षा डयूटी में तैनात प्रहरी पदुम महतो ने सुरक्षा प्रभारी राम प्रसाद बेदिया को दी। त्वरित कार्रवाई के तहत पदुम बेदिया व अन्य सुरक्षा प्रहरियों के साथ घटनास्थल पहुंचे। लेकिन कोयला चोरी को आए ग्रामीणों ने उनकी भी परवाह नहीं की। ग्रामीणों ने उन सबों के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान पदुम बेदिया का सरकारी मोबाइल भी छीन लिया। साथ ही पदुम बेदिया, सुरक्षा प्रहरी पदुम महतो व इमरान अली को मारपीट कर घायल कर दिया। घटना को लेकर पदुम बेदिया ने कोयला चोरी करने आए ग्रामीण बालदेव महतो, सेटू मुंडा, छटु महतो, सोमरा मुंडा, भगताईन मुंडा, गुनी मुंडा, राजेंद्र मुंडा को नामजद करते हुए 40-50 अन्य कोयला चोरों के विरुद्ध कुजू ओपी में आवेदन दिया है।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के करमा, नयामोड़ आरा कांटा हीरक रोड स्थित स्पंज फैक्ट्री आदि सहित अन्य प्लांटों में रात के अंधेरे से अवैध कोयले की खरीददारी शुरू होती है। जो दिन के 10 से 11 बजे तक निर्बाध गति से जारी रहता है। फैक्ट्री वाले अवैध कोयला खरीद कर प्रतिदिन लाखो रुपए सरकारी राजस्व का नुकसान कर देते हैं। अवैध कोयला की खरीददारी के शुरू होते ही स्थिति अराजक होती जा रही है। जिसकी वजह से सीसीएल की कोलियरी को कोयला चोरों ने निशाना बना रखा है। इससे पूर्व भी करमा, तोपा, आरा, पुण्डी सहित क्षेत्र की अन्य परियोजनाओं से कोयला चोरी के दौरान मारपीट की घटनाएं घटित हो चुकी है।