जिला पुलिस ने बैंक अधिकारी बन लोगों के खाते से रुपये गायब करने वाले साइबर अपराधी गिरोह का पर्दाफाश कर छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपाधीक्षक (साइबर) श्रीराम समद और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनिमेष नथानी ने रविवार को आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सूचना के आधार पर देवघर के मोरने गांव निवासी रिजवान अंसारी, इरशाद अंसारी एवं बदरूद्दीन अंसारी, मोहनपुर थाना क्षेत्र के लातासारे गांव निवासी फारूक अंसारी एवं घोरमारा गांव निवासी सिंटू कुमार एवं पिता संजय मंडल को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों के पास से पुलिस एक बाइक, कई बैंक के पासबुक, एटीएम, फर्जी सिम सहित 8,710 रूपए नगदी बरामद किए गए हैं।
डीएसपी ने बताया कि ठगी के मामले में गिरफ्तार अपराधी सहित कुल 16 अभियुक्त गिरोह सदस्य के खिलाफ जालसाजी कर पैसे की ठगी करने एवं एटीएम के माध्यम से पैसे निकासी का आरोप है। उन्होंने बताया कि एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि तालझारी ओपी थाना क्षेत्र के तालझारी बाजार स्थित एसबीआई बैठक बैंक के एटीएम के पास दो संदिग्ध व्यक्ति घूम रहे है। एसपी के निर्देशानुसार थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची। पुलिस को देख संदिग्ध भागने लगे। पुलिस खदेड़कर दोनों व्यक्ति को बाइक समेत धर दबोचने में कामयाब रही।
गिरफ्तार अपराधी रिजवान एवं इरशाद अंसारी है। अपराधियों ने स्वीकारोक्ति बयान में बैंक अधिकारी बन फर्जी निकासी की बात स्वीकारते हुए सभी की गिरफ्तारी हुई। डीएसपी ने बताया कि फारूक अंसारी के गिरफ्तारी पर बताया कि घोरमारा होंडा शोरूम के मालिक संजय मंडल, भाष्कर मंडल एवं सिंटू मंडल एवं अन्य के लिए कमीशन पर काम करता है। अपराधियों की निशानदेही पर पिता संजय मंडल एवं पुत्र सिंटू मंडल को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली।